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हालात इतनी बदतर है कि प्रशासन के अधिकारियों को नही देता दिखाई

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हालात इतनी बदतर है कि प्रशासन के अधिकारियों को नही देता दिखाई

मासूम बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर जाते है पढ़ने, ग्रामीणों ने कलेक्टर से लगाई गुहार सौपा ज्ञापन

सीपत / सतीश यादव। मस्तूरी विधानसभा जंगल के करीब ग्राम वासी आदिवासी मोहल्ला में सड़क , पानी , बिजली , आवास, प्रायमरी स्कूल , आंगनबाड़ी केंद्र भटक रहे है इनके पास इनसे कुछ भी नही है इनकी बहुत दूरी तय कर आना पड़ता है इसकी मांग को लेकर फुलवारीपारा के महिलाएं जनप्रतिनिधियों के साथ कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

आदिवासी बाहुल्य इस मोहल्ले में धनुहार लोग झोपड़ी में रहते है। यहां न ठीक से स्कूल है न सड़क है न बिजली। तालाब भी सुख जाते है। जिसके कारण पानी की समस्या के लिए हाहाकार मचा हुआ है।आजादी के बाद इस गांव की हालात इतनी बदतर है कि प्रशासन के अधिकारियों को दिखाई नही देता। बता दें कि ग्राम पोड़ी में कुल 20 वार्ड है। जहां 17 व 18 वार्ड फुलवारीपारा है। इस पंचायत में फुलवारीपारा अलग से बसा हुआ मोहल्ला है जिसका पोड़ी से फुलवारीपारा की दूरी 3 किमी है। यहां 50 घर की परिवार मिलाकर लगभग 150 की जनसंख्या है। लेकिन कोई भी शिक्षित परिवार नही है। वही लगभग 60 से अधिक आदिवासी बच्चे रहते है। यहां आंगनबाड़ी केंद्र व प्रायमरी स्कूल की मांग दो वर्षों से की जा रही है। यहां के बच्चे नाला नहर से होते हुए समीप के मचखण्डा गांव में जाकर पढ़ते है। यहां से मचखण्डा की दूरी डेढ़ किमी है।बरसात के समय नाला , नहर पार करके मासूम बच्चे अपनी जान को जोखिम में डालकर पढ़ने जाते है। नाला अगर ज्यादा भरा तो इन नैनिहाल बच्चों की पढ़ाई बंद की नौबत आ जाती है। एक तरफ आज से स्कूल की पढ़ाई शुरू हो रही है और दूसरी तरफ बरसात। ऐसे में यदि नाला भरा तो यहां 60 से अधिक बच्चे पढ़ाई से वंचित हो जाते है। स्कूल के अभाव में कई लोग अशिक्षित है। इसके अलावा पानी की समस्या भी यहां भयावह है। तालाब सुख गए है। सड़क भी कीचड़ से लथपथ है। बिजली की यदि बात करें तो यहां मचखण्डा से ही सिंगल फेस आया हुआ है। जिनके तार लूज हो गए है। तार इतने लूज की हाथ के संपर्क में आने से कोई बड़ी घटना होने से इंकार नही किया जा सकता। सर्वे के बाद भी आवास की समस्या है आदिवासी समाज के लोग झोपड़ी में किसी तरह गुजर बसर कर रहे है। आजादी के बाद यहां की स्थिति अभी तक बद से बदतर बनी हुई है। इस गांव के लोग विकास की बांट जोह रहे है। नेता चुनाव के बाद झांकने तक नही जाते। वहां के लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। ज्ञापन देने वाले में जनपद सदस्य प्रमिलदास मानिकपुरी सरपंच मनहरण बिंझवार उपसरपंच नंदकुमार श्रीवास पंच विजय वर्मा मनमोहन सिदार धनंजय शेष अवधेश यादव सहित ग्रामीण शामिल रहे।

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