ए डी वैष्णव अस्पताल के बारे में गलत इलाज की खबर महज अफवाह: डॉ शुभम
मृतक का निःशुल्क किया जा रहा था इलाज
भटगांव :- भटगांव नगर में स्थित प्राइवेट अस्पताल ए डी वैष्णव इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है ऐसा इसलिए है कि यह बिलाईगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पुष्पेंद्र वैष्णव के पारिवारिक अस्पताल है। या यूं कहे एक गरीब बेसहारा व्यक्ति का नि:शुल्क का इलाज करना इस अस्पताल को भारी पड़ गया है। हम बात कर रहे हैं बिलाईगढ़ विकासखंड के जोगेसारा गांव की यहां एक गरीब बेसहारा उवाराम बंजारे रहता था।
गरीब और बेसहारा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उवराम बंजारे के बीबी बच्चे बाहर रहते थे। उवाराम अकेले घर में रहता था। जिसकी तबियत दिन ब दिन खराब होते जा रहा था। और अपने तबियत के खराब होने से परेशान रहता था। और कान से भी थोड़ा बहरा था। तब उवाराम को भटगांव के ए डी वैष्णव अस्पताल के बारे में पता चला। और आगे यह भी पता चला की बूटीपाली निवासी एस कुमारी भारती और उसका पति वीरेंद्र कुमार भारती ए डी वैष्णव अस्पताल में कई बार इलाज कराए है। और वह अनुभवी भी है तब उनकी मदद से बार-बार प्रयास कर वह भी अपना इलाज अस्पताल में करने के लिए जिद करने लगे लेकिन उनके कोई परिजन साथ नहीं दे रहे थे इस कारण एस कुमारी और उसका पति उन्हें इलाज के लिए अस्पताल नहीं ले जा रहे थे तब 8 मई शाम 4.30 बजे को जोगेसरा गांव के कुछ ग्रामीण इलाज के लिए जा रहे थे इन्हीं के साथ उवाराम भी बार बार अनुरोध कर इलाज कराने के लिए ए डी वैष्णव हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉक्टरों को अपनी समस्या बताई तब डॉक्टरों की टीम ने उसकी गरीबी को देखते हुए मात्र ₹200 का ओपीडी शुल्क लिया और खून की जांच, सीआरपी जांच, किडनी एवं लिवर की जांच तथा पेशाब की जांच की लेकिन रिपोर्ट आते ही डॉक्टर चौंक गए। उवाराम काफी अत्यधिक संक्रमित थे। डॉक्टरों ने उवाराम और उनके साथ में आए ग्रामीणों को तबियत के बारे में जानकारी दी और अपने परिजनों को बुलाने को कहा लेकिन उवाराम ने कहा की मैं अकेले रहता हूं मेरे साथ में कोई नहीं रहता बीवी बच्चे बाहर रहते हैं मेरा इलाज कर दीजिए तब उनके साथ में आए ग्रामीणों के सलाह और बूटीपाली निवासी एस कुमारी के सहयोग से उनका अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। लेकिन अत्यधिक संक्रमित होने की वजह से उवाराम की तबियत बिगड़ते चली गई। इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने उनकी स्थिति को बताने परिजनों से लगातार संपर्क किया लेकिन उनके परिजनों का कोई रिस्पांस नहीं आया। जिसके बाद एस कुमारी की मदद से हायर सेंटर रेफर किया गया लेकिन मरीज को बिलाईगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर दिया गया यहां डॉक्टर राजेश प्रधान एवं उनकी टीम ने उनका इलाज शुरू किया और परिजनों से भी संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उनके परिजनों का कोई जवाब नहीं आया और धीरे-धीरे उवाराम की तबीयत और बिगड़ते चली गई जिसके बाद 11 तारीख को उवाराम की मौत हो गई। इसके बाद क्षेत्र में एक अपवाह खबर जोरो से चलने लगी की गलत इलाज के कारण उवाराम की मौत हुई है। और यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि यहां विकासखंड चिकित्सा अधिकारी पुष्पेंद्र वैष्णव के पारिवारिक अस्पताल होने के कारण गलत इलाज हुई है उसको दबाया जा रहा है इस सभी बातों को लेकर डॉक्टर पुष्पेंद्र वैष्णव ने कहा कि उनका किसी भी प्रकार से गलत इलाज नहीं हुआ है वह अत्यधिक संक्रमित थे। जिसकी जानकारी देने के लिए लगातार उनके परिजनों से संपर्क किया गया लेकिन तीन दिनों तक उनके कोई भी परिजन अस्पताल नही पहुंचे जिसके बाद उवाराम के जान को बचाने और मानवता का परिचय देते हुए हॉस्पिटल की ओर से अपने पैसे से एंबुलेंस की व्यवस्था कर रायपुर रेफर किया गया था । अगर गलत इलाज हुआ है किसी को लगता है तो निश्चित ही जांच होनी चाहिए। जोगेसर निवासी उवाराम बंजारे का इलाज ए डी वैष्णव अस्पताल भटगांव में एम डी मेडिसिन डॉ शुभम शुक्ला, डॉ अभिषेक पांडेय एवं उनकी टीम द्वारा किया जा रहा था।
एस कुमारी और उनके पति ने बताया आप बीती
इस खबर के वायरल होने के बाद बूटीपाली निवासी एस कुमारी और उनके प्रति वीरेंद्र कुमार भारती ने आपबीती बताते हुए कहा कि उवाराम के जिद्द और उसकी तबीयत को ध्यान में रखते हुए उनके द्वारा ए डी वैष्णव अस्पताल भटगांव में उन्हें भर्ती कराया गया और उनके परिजनों से भी संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनके परिजनों का कोई जवाब नहीं आया इसके बाद उनकी स्थिति बिगड़ गई थी जिसको हायर सेन्टर मेकाहारा रायपुर एंबुलेंस में हम लोग लेकर जा रहे थे तब उवाराम ने कहा कि मैं रायपुर में जाकर क्या करूंगा वहां मेरा देखरेख करने वाला कोई नहीं है मुझे बिलाईगढ़ के अस्पताल में भर्ती कर दो तब मजबूरन एस कुमारी और उनके पति तथा एंबुलेंस चालक ने बिलाईगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उवाराम को भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई
परिजनो ने लिखित में दिया पोस्ट मार्टम नही करने की मंजूरी
उवाराम के मौत की खबर एस कुमारी के पति वीरेंद्र ने ग्राम गधाभाठा जाकर मृतक के फूफा ससुर को बताया तब कही जाकर परिजन 4 घंटे बाद अस्पताल पहुंचे और मृतक के भांजा ने लिखित में दिया की उनके मामा उवा राम का पोस्टमार्टम ना किया जाए इसके बाद डॉक्टरों ने मृतक उवाराम के शव को परिजनों को सौंप दिया।
*गलत इलाज की खबर महज अफवाह: डॉ शुभम*
भटगांव में संचालित ए डी वैष्णव अस्पताल के डॉक्टर एमडी मेडिसिन डॉ शुभम शुक्ला ने कहा की अस्पताल के बारे में गलत इलाज की खबर महज अफवाह है। किसी व्यक्ति का यहां गलत इलाज नहीं किया जाता यह अस्पताल लगातार जनहित के कार्यों में लगा रहता है। अस्पताल प्रबंधन के द्वारा कई कैंप लगाकर नि:शुल्क इलाज, कई तरह की जांच तथा ब्लड डोनेट का कार्यक्रम भी किया जाता है ताकि लोगों को अस्पताल से सुविधा मिल सके इस प्रकार से अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाना गलत है।
खबर वायरल होने के बाद आई लोगो की प्रतिक्रिया
ए डी वैष्णव अस्पताल भटगांव के गलत इलाज से एक व्यक्ति की मौत की खबर आने के बाद लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया द्वास राम यादव धनगांव, अंगल लाल बारेठ धनगांव, राधेश्याम यादव गेड़ापाली, कमलेश साहू भटगांव विकास सिंह राजपूत भटगांव तथा अन्य कई लोगो ने इस खबर के वायरल होने के बाद खबर को पूरी तरह से अफवाह बताया है इन ग्रामीणों ने कहा कि हम अपना और अपने परिवार का इलाज ए डी वैष्णव अस्पताल में करते हैं हमारे साथ आज तक किसी भी प्रकार का कोई गलत इलाज नहीं हुआ हमने अस्पताल में इलाज करने के दौरान देखा कि लोगों का यहां सही तरीके से इलाज किया जाता है।