रायपुर। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो व एंटी करप्शन ब्यूरो (ईओडब्ल्यू-एसीबी) ने शराब घोटाला मामले में आज रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर और उनके करीबियों के यहां छापा मारा। ब्यूरो ने जेल रोड स्थित होटल वेनिंगटन कोर्ट में दबिश दी है। यह होटल ढेबर परिवार का है। ब्यूरो इन छापों में शराब घोटाला के पैसों के निवेश के साक्ष्य तलाश रही है। सूत्रों के अनुसार रायपुर मेयर का घर भी जांच के दायरे में आ गया है। सूत्रों के अनुसार आज महापौर एजाज ढेबर, अख्तर ढेबर, अनवर ढेबर और जुनैद ढेबर के घर पर जांच चल रही है।
बता दें कि ईडी की रिपोर्ट के आधार पर शराब घोटाला में एफआईआर दर्ज कर चुकी ईओडब्ल्यू-एसीबी इस मामले की जांच तेजी से कर रही है। ब्यूरो ने अरविंद सिंह और अनवर ढेबर के बाद आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव अरुणपति (एपी) त्रिपाठी को भी गिरफ्तार कर लिया है। ब्यूरो ने एक दिन पहले राज्य के अलग-अलग शहरों में 21 स्थानों पर दबिश दी थी। इनमें रायपुर में 09, दुर्ग-भिलाई में 07, राजनांदगांव में 04 और बिलासपुर में 04 स्थान शामिल थे। अफसरों के अनुसार तलाशी पर लगभग 19 लाख नकद, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लैपटॉप, पेन-ड्राइव, बैंक स्टेटमेन्ट्स, चल-अचल संपत्ति संबंधी दस्तावेज, करोडों के आभूषण, बैंकों में करोडों के निवेश के अलावा अनेक अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिनका परीक्षण किया जा रहा है। दस्तावेजों में आबकारी से अर्जित अवैध संपत्ति के सामान्य निवेश एवं शेल कम्पनियों के माध्यम से लेयरिंग, अनसिक्योर्ड लोन एवं निवेश संबंधी दस्तावेज शामिल हैं।
आबकारी विभाग में विशेष सचिव रहे त्रिपाठी को आज कोर्ट में पेश किया गया है। बिहार के गोपालगंज में अपने एक रिश्तेदार के यहां छिपे बैठे त्रिपाठी को वहीं से पकड़ कर लाया यगा है। बता दें कि टेलीकॉम सेवा के अफसर रहे त्रिपाठी छत्तीसगढ़ में प्रतिनियुक्ति पर आए थे। यहां वे आबकारी विभाग में विशेष सचिव सहित विभिन्न पदों पर काम किए। त्रिपाठी के कार्यकाल में ही शराब घोटाला हुआ है। इस मामले की पहले ईडी जांच कर रही थी अब ईओडब्ल्यू-एसीबी ने एफआईआर दर्ज कर जांच कर रही है। ब्यूरो इस मामले में जेल में बंद आरोपियों से पूछताछ कर चुकी है।