पंडित फिरतू महाराज स्मृति में अखिल भारतीय नृत्य समारोह संपन्न
– सुरेश सिंह बैस
बिलासपुर। रायगढ़ घराने के स्तंभ कला गुरु पं. द्वारा कला विकास केंद्र फ़िरतू महाराज की स्मृति में सिम्स एडिटोरियम में दो दिवसीय अखिल भारतीय नृत्य संगीत समारोह विरासत 2024 का समापन शहर विधायक अमर अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में किया गया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कलाकारों की कला प्रतिभा के बारे में बताया और कहा कि कला एक ऐसी प्रतिभा है, जो इंसान को एक अलग पहचान दिलाती है।कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलन कर किया। इसके बाद मंचस्थ के मुख्य अतिथि अमर अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि विनय पाठक संरक्षक विद्यापीठ गोपालगंज, वरिष्ठ पत्रकार शशशिवाल जायसवाल जी, डॉ. गिरधर शर्मा जी ज्योतिषाचार्य, अध्यक्ष कुमावत कुमावत जिला अध्यक्ष भाजपा के पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया। रायगढ़ घराने के अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा प्राप्त कला गुरु पं. फिरतू महाराज के पुत्र पं. सुनील वैष्णव ने अतिथियों का स्वागत किया और बताया कि उनकी यह संस्था पिछले 35 वर्षों से कला संस्कृति के विकास के लिए काम कर रही है। स्तम्भ कला गुरु पं. फिरतू महाराज के दिखाए मार्ग पर उनकी संस्था द्वारा बच्चों को निरंतर कथक में पारंगत किया जा रहा है ताकि आगे भी उनकी कला लोग जान सकें। बच्चों में कला के प्रति जागरुकता हो। कार्यक्रम का संचालन मानस तिवारी एवं सुप्रसिद्ध कथक नृत्यांगना वसंती वैष्णव ने नृत्य का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में ज्योतिश्री वैष्णव एवं कला विकास केंद्र की पूरी टीम का सहयोग जारी है।
नृत्य के माध्यम से गुरु वंदना
कार्यक्रम का शुभारंभ कला विकास केंद्र के परिचय से हुआ। सुनील वैष्णव एवं वासंती वैष्णव के निदेशक केंद्र की कु. दिशिता कश्यप, आदरिता सीट, नित्या शर्मा, कीर्तना पांडे, अद्धविता यादव, अक्षिताश्री, अंशिका राहा, मान्या दिवाकर, सौम्या पांडे ने कथक नृत्य के माध्यम से गुरु वंदना की। वहीं विधि टावरी, अस्मि गुरुदीवान, काव्या सिंह बघेल, दीपिका, दिशानी गुप्ता, मानसी राही, आद्या गुप्ता, अश्विका पाठकों ने पारंपरिक वेष में स्वागत नृत्य पेश किया। कथक के माध्यम से गुरु वंदना और स्वागत नृत्य के कलाकारों को भारी मात्रा में सराहना मिली। स्वतंत्र तबला वादन कार्यक्रम में उभरते युवा कलाकार और दिल्ली के प्रसिद्ध तबलावादन कर सभी का मन मोह लिया। तबला वादन की इस खूबसूरती का प्रदर्शन करते हुए सभी लोग कायल रहे। गजल, भजनों के कलाकारों ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नृत्यांगना कलाकारों वसंती वैष्णव और पं. सुनील वैष्णव के निर्देशन समूह में कथक नृत्य के कलाकारों को दिया। मास्टर डेवलपमेंट गोस्वामी गजल, भजन एवं दिल्ली के जयपुर घराने के पं. राजेंद्र गंगानी के सुपुत्र संगीत गंगानी ने जयपुर घराने का कथक नृत्य पेश किया। लाला राम नोनिया ने फाग गीत कार्यक्रम कर कार्यक्रम को फाल्गुनी रंग में रंग दिया। उनके द्वारा प्रस्तुत बसंत ऋतु पर आधारित गीत भी प्रस्तुत किए गए।