प्रदेश में शराब कारोबार को पारदर्शी बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। अच्छे अफसरों को आबकारी निगम में लाया गया है। बताते हैं कि काफी सोच विचारकर कारोबार में एक नई कंपनी को एंट्री दी गई है। कंपनी के कर्ताधर्ता सीटू भाटिया हैं।
कंपनी में मुकेश मनचंदा, अतुल सिन्हा और पीसी अग्रवाल डायरेक्टर हैं। इसी तरह प्लेसमेंट एजेंसी को बदला गया है। प्लेसमेंट एजेंसियों के खिलाफ काफी कुछ शिकायतें थी। एजेंसी से जुड़े लोग ईडी की राडार में भी रहे हैं। कारोबार में प्रवेश करने वाली एक प्लेसमेंट एजेंसी अंबिकापुर के रहने वाले लोगों की है। ऐसे में कारोबार कितना साफ सुथरा रहता है,यह आने वाले दिनों में पता चलेगा।
सौरभ सिंह के खिलाफ मोर्चा
चर्चा है कि अकलतरा के पूर्व विधायक सौरभ सिंह को सीएम का राजनीतिक सलाहकार बनाया जा सकता है। मगर उनका नाम तय होने के बाद आर्डर जारी नहीं हो पाया है। बताते हैं कि पार्टी के अंदरखाने में इसका खूब विरोध भी हुआ है।
यह कहा गया कि सौरभ पहले कांग्रेस में थे। फिर बसपा से विधायक बने। इसके बाद भाजपा में शामिल होकर तुरंत टिकट पा गए और विधायक भी बन गए। इसके बाद उन्हें संगठन में संभागीय प्रभारी बनाया गया। ऐसे में कहा गया है कि चुनाव हारने के बाद उन्हें सलाहकार बनाकर लालबत्ती देना उचित नहीं है।शिकायत करने वालों ने अपनी बात प्रदेश प्रभारी ओम माथुर तक अपनी बात रखी है। फिलहाल तो उनका आर्डर रोक दिया गया है। मगर कब तक आदेश जारी नहीं होता है,यह देखना है।
राहुल गांधी का फ्लॉप शो
छत्तीसगढ़ में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा फ्लाप रही। जिन्हें जिम्मेदारी दी गई थी वो भीड़ नहीं जुटा पाए। पूर्व सीएम भूपेश बघेल यात्रा में जरूर शामिल हुए लेकिन उनकी कोर टीम के लोग यात्रा से दूर रहे।कुछ दिन पहले तक नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में रहे उमेश पटेल को अपनी ताकत दिखाने का पूरा मौका था। उन्होंने 50 हजार से अधिक भीड़ जुटाने का दावा किया था लेकिन रायगढ़ के पास पहली सभा हजार लोग भी नहीं जुटे। इस पर प्रभारी सचिन पायलट ने उमेश पटेल को जमकर फटकार लगाई। पूर्व सीएम भूपेश बघेल तो यह कहते सुने गए कि इससे ज्यादा भीड़ तो उनकी नुक्कड़ सभा में आ जाते हैं। शहर में जरूर लोग आ गए, लेकिन यात्रा कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाई।
कैदियों पर नजर
पिछले दिनों राज्य सरकार व जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने रायपुर सेंट्रल जेल का आकस्मिक निरीक्षण किया। अचानक जेल विभाग के बड़े अधिकारियों के निरीक्षण से जेल विभाग में हडक़ंप मच गया। कई प्रकार के घपले घोटाले में शामिल दिग्गजों को मिलने वाली सुविधाओं का समीक्षा की गई। कई बड़े लोगों के बैरकों में जाकर देखा गया । सरकार बदलने के बाद जेल में बंद तमाम दिग्गजों को सामान्य कैदी की तरह रखा जा रहा है। किसी प्रकार की अतिरिक्त सुविधाएं नहीं है। नियम कानून का सख्ती से पालन किया जा रहा है। जेल में बंद महादेव एप्प सहित कई घोटाले में शामिल लोगों से पूछताछ भी हुई है।
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सरकार बदलते ही रेट बढ़ा…
सरकार बदलने के बाद कई लोगों को लगता था कि बदलबो-बदलबो के नारे की वजह से सब चीज बदल जाएगी। लेकिन सरका चाल से चलती है। निर्माण सहित कई कमाऊ विभागों में अधिकारियों की मनमर्जी चलने से लोग परेशान है। आरटीओ में बस यात्री गाडिय़ों के परमिट सहित कई नियमानुसार काम को सेंट्रलाईज करते हुए राजधानी रायपुर में किया जा रहा है। कई कामों का रेट भी सरकार बदलने के बाद बढ़ा दिया गया है।
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चौकन्ने वाले नाम होंगे..
लोकसभा चुनाव की घोषणा संभवत: अगले माह होने की संभावनाएं को देखते हुए भाजपा संगठन से लेकर कार्यकर्ताओं की सक्रियता देखते ही बन रही है। जिस तरह से राज्यसभा सीट के लिए नये और अनजान चेहरे को लाया गया है उससे यह उम्मीद की जा रही है कि जाति समीकरण को देखते हुए नये लोगों पर भाजपा दांव लगा सकती है। राज्यसभा प्रत्याशी चयन की जानकारी भाजपा के कई शीर्ष नेताओं तक को नहीं थी। कई लोगों ने पूर्व संगठन मंत्री रामप्रताप सिंह को फोन पर बधाई दे चुके थे। अंतिम समय में हुए इस फेरबदल से कई नेता हतप्रभ है अब लोकसभा चुनाव में किसकी किस्मत की लाटरी खुलेगी किसी को अभी तक पता नहीं है। दुसरी तरफ कांग्रेस ने पहली बार मजबूत दावेदार नहीं मिल रहे हैं।