बाबी ढाबा में मारपीट करने वाले आरोपीयों की कानूनी गिरफ्तार होनी थी तय, गिरफ्तार आरोपी के चेहरे में नहीं दिख रहा था कानून का कोई भय
बिलासपुर। न्यायधानी में जिस तरह से आपराधिक घटनाएं घट रही है,उन घटनाओं को अंकुश लगाने के लिए पुलिस प्रशासन को अपराधियों के मनोबल को तोड़ते हुए समाज में सकारात्मक संदेश देते हुए कार्यवाही किया जाना चाहिए। जिससे प्रदेश और जिला को सशक्त करने के लिए अपराधिक कार्यवाही शीघ्र रूप से की जानी चाहिए ताकि अपराध करने वाले व्यक्तियों के लिए ऐसा संदेश जाए कि जिससे उन्हें गलत कार्य करने पर कानून के कड़ी कार्यवाही का भय सदैव बना रहे। कानून का निर्माण लोकहित के लिए बनाया गया है। विगत दिनों रतनपुर-बिलासपुर हाईवे मे प्रार्थी सत्य प्रकाश शुक्ला गतौरी निवासी रात्रि में अपने बाबी ढाबा में उपस्थित था। बॉबी ढाबा में उपस्थित राजा खान के दुकान में काम करने वाले दो लड़के व अन्य साथी ढाबा में आकर बिना मतलब के वाद विवाद करने लगे तथा हाथ मुख का एवं लोहे की चूडे से मारपीट करके उन्हें गंभीर चोट पहुंचा गया। जिससे उनके सिर पर गंभीर चोट आई।सूचना मिलने के साथ ही पुलिस ने शीघ्र कार्यवाही करते हुए सीसीटीवी फुटेज में मारपीट करते दिख रहे 6-7 लोग के अनुसार कार्यवाही करते हुए तत्काल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया।गिरफ्तार करने के पश्चात पैदल जुलूस निकाला गया,पर इन आरोपियों पर गिरफ्तारी और कानून का भय किसी के भी चेहरे पर नजर नहीं आ रहा था।
आरोपियों को गिरफ्तार करके लेकर जाने पर भी किसी तरह का शर्म और अफसोस उनके चेहरे पर नहीं दिख रहा था।आरोपियों की गिरफ्तारी निश्चित ही सफलता होती है परंतु अपराधियों के मन में कानून का भय भी बना रहे इसकी जिम्मेदारी पुलिस वालों की ही होती है। इस तरह से पुलिस अपराधिक व्यक्तियों के मनोबल को तोड़ने में कितने सार्थक होती है यह आने वाले दिनों में घटने वाली घटनाओं से ही पता चलेगा।आपराधिक प्रवृत्तियों पर अंकुश लगाने में पुलिस प्रशासन कितना सफल रहा है।