प्राकृतिक खेती जागरूकता अभियान के तहत केवीके में मनाया गया किसान उत्सव….शामिल हुए कुलपति….
डॉ.शिल्पा कौशिक मोदी एवं डॉ.अरुण कुमार त्रिपाठी द्वारा लिखित तकनीकी प्रसार बुलेटिन प्राकृतिक खेती क्या ,क्यों और कैसे का कुलपति डॉ.गिरीश चंदेल द्वारा विमोचन किया गया….
बिलासपुर / सरकंडा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में प्राकृतिक खेती जागरूकता अभियान के तहत कृषि विज्ञान केंद्र बिलासपुर एवं कृषि जागरण नई दिल्ली के सामूहिक तत्वाधान में प्राकृतिक खेती जागरूकता अभियान के तहत समृद्ध किसान उत्सव कार्यक्रम मनाया गया…
इस कार्यक्रम के तहत मुख्य अतिथि आइजीकेवी के कुलपति डॉ.गिरीश चंदेल,डीन डॉ .आरकेएस तिवारी और संयुक्त संचालक (कृषि )एमके चौहान और डॉ.अरुण कुमार त्रिपाठी और किसान संघ की तरफ से माधव सिंह,राघवेंद्र सिंह चंदेल और भरत खेत्रपाल,दिलीप सिंह मौजूद रहे…जिनके मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम किया गया…इस अवसर पर 5 लखपति किसानो को कृषि जागरण द्वारा पुरस्कृत किया गया…इसके साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र बिलासपुर के 30 उन्नतशील किसानो को पुरस्कृत किया गया….वही इस अवसर पर कुलपति ने कहा की निश्चित ही आज के दौर में जैविक खेती और प्राकृतिक खेती को लेकर किसानो में जागरुकता आई है…जो पहले कभी इतने ज्यादा जागरूक नहीं रहे…क्योंकि रासायनिक खेती शरीर के लिए ख़तरा रहता है…जिससे शरीर में समस्या होती है…और बीमारी का रूप ले लेती है…यही कारण है की किसानो को किसी न किसी बहाने और शिविर के माध्यम से प्राकृतिक खेती की जानकारी दी जाती है…ताकि किसान जैविक खेती और प्राकृतिक खेती कर सके…उन्होंने किसानो से यह भी कहा की इससे जमीन भी बढ़िया रहती है शरीर को नुकसान भी नहीं होता है और फसल भी बढ़िया होता है…इसके बाद उन्होंने किसानो से यह भी अपील किया की किसान ज्यादा फसल और कम समय में ज्यादा पैदावार के चक्कर में न फंसे…बल्कि जैविक और प्राकृतिक खेती पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए….वही उन्होंने कहा की हमारा उद्देश्य यही रहता है की ज्यादा से ज्यादा किसानो को जागरूक किया जा सके…और किसान इसका पूरा लाभ ले सके…वही डीन डॉ.आरकेएस तिवारी ने कहा की किसान देश की जान है जिनके फसल को कोने कोने तक फैलाया जाता है भेजा जाता है और किसान बढ़िया फसल की पैदावार करेंगे तो इससे उनको ही लाभ मिलेगा..और उनका नाम होगा आय का साधन बढ़ेगा…इसके लिए गाँव गाँव में शिविर लगाया जाता है…ताकि किसानो को किसी न किसी बहाने जागरूक किया जा सके…यहाँ तक कृषि विज्ञान केंद्र में कार्यशाला का भी आयोजन किया जाता है जिसमे किसानो को प्राकृतिक और जैविक खेती उत्पादन को लेकर प्रशिक्षण दिया जाता है….इस अवसर पर श्रुति जोशी,परीक्षित,मयंक,डॉ शिल्पा कौशिक मोदी,डॉ .अमित शुक्ला,हेमकांति बंजारे,जयंत साहू ,डॉ.निवेदिता पाठक,डॉ .स्वाति शर्मा,सुशीला ओहदार,संतोष वर्मा,इन्दराम पटेल समेत 300 से ज्यादा किसान मौजूद रहे…जिन्होंने इस कार्यक्रम में शामिल होकर गंभीरता से सूना और समझा….साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र बिलासपुर,कृषि युग गनियारी जन स्वास्थ्य समिति,कृषि महाविधालय,एग्रोटेक ने अपने उत्पादकों एवं संसाधनों की प्रदर्शनी भी लगाई,
कार्यक्रम में डॉ.शिल्पा कौशिक मोदी एवं डॉ.अरुण कुमार त्रिपाठी द्वारा लिखित तकनीकी प्रसार बुलेटिन प्राकृतिक खेती क्या ,क्यों और कैसे का कुलपति डॉ.गिरीश चंदेल द्वारा विमोचन किया गया….