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अंधविश्वास :तांत्रिक के झांसे में आकर नाबालिगों ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी

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अंधविश्वास :तांत्रिक के झांसे में आकर नाबालिगों ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी

– सुरेश सिंह बैस
बिलासपुर। अंधविश्वास, लालच और अज्ञानता का घालमेल कितना खतरनाक हो सकता है, यह एक बार फिर से मल्हार में साबित हुआ। किसी फर्जी तांत्रिक ने कुछ नाबालिगों को यह समझा दिया था कि अगर किसी के फांसी का रस्सी पास में रखकर वे जुआ खेलेंगे तो जीवन में कभी नहीं हारेंगे। इस बात को सच मान कर कुछ मूर्ख नाबालिगो ने सिर्फ फांसी लगी रस्सी हासिल करने के लिए ही अपने दोस्त की हत्या कर दी। तीन साल से लापता विकास का कंकाल मिलने के बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ।
पिछले तीन साल से लापता युवक की तलाश पुलिस कर रही थी। पुलिस को यह भी पता चल गया था कि उसके दोस्तों ने ही उसकी हत्या कर उसकी लाश खेत में गाड़ दिया है। लाश को ढूंढने का भी प्रयास किया गया लेकिन उस वक्त खेत में पानी होने की वजह से पुलिस नाकाम रही। बताया जा रहा है कि विकास की हत्या करने के बाद भी जब आरोपी लंबे समय तक पकड़े नहीं गए तो उनका हौसला बढ़ गया, और उन्होंने रुपए की लालच में एक और दोस्त की हत्या कर दी। अब इस मामले में मस्तूरी पुलिस ने दो दिन पहले ही लापता युवक का कंकाल बरामद किया है।मल्हार में रहने वाला 19 वर्षीय विकास कुमार कैवर्त्य साल 2020 में धनतेरस के दिन अचानक लापता हो गया। पुलिस जांच करती रही। परिजन उसे ढूंढते रहे लेकिन युवक का कोई सुराग नहीं लगा। इधर विकास के लापता होने के करीब साल भर बाद मल्हार के पुरातत्व स्थल पर मिट्टी में दबा युवक का शव मिला था, जिसकी पहचान मल्हार में रहने वाले 35 वर्षीय दीपक लोहार के रूप में हुई। पूछताछ में पता चला कि दीपक पिछले छह दिनों से लापता था। उसे आखिरी वक्त अजय भैना और मणि शंकर के साथ देखा गया था, इसलिए संदेह में पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया तो उनके घर से दीपक के खून से सने कपड़े और हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी बरामद हो गई। पुलिस ने दोनों आरोपियों सहित चार नाबालिगों को भी पकड़ा था। पुलिस के अनुसार विकास की हत्या के करीब साल भर बाद अजय और मणि शंकर सहित उसके चार नाबालिग दोस्तों ने मिलकर एक बाइक चोरी की थी, जिसे गिरवी रखकर दीपक ने पैसे लिए थे। जब साथियों ने पैसे का बंटवारा करने को कहा था वह मुकर गया। इस पर अजय और मणि शंकर ने अपने नाबालिग दोस्तों के साथ मिलकर कुल्हाड़ी मारकर दीपक की हत्या कर दी और शव को जमीन में गाड़ दिया।

फांसी की रस्सी हासिल करने अपने ही दोस्त की कर दी हत्या

इन नासमझ नाबालिगों को किसी तांत्रिक ने बताया था कि किसी के फांसी लगाकर मरने के बाद उस रस्सी को रखकर जुआ खेलेंगे तो कभी नहीं हारेंगे, जुआ में हमेशा जीतने के लालच में कुछ नाबालिकों ने अपने ही दोस्त को मौत के घाट उतार दिया। विकास की उसके ही दोस्तों ने गला घोटकर हत्या कर दी थी फिर फांसी की रस्सी हासिल करने के लिए उसे फंदे पर भी लटकाया गया, जिसके बाद उसकी
लाश को खेत में गाड़ दिया। 3 साल बाद लापता विकास का कंकाल खेत से मिला है। पुलिस को मृतक के पिता ईश्वर प्रसाद कैवर्त्य ने बताया था कि उनके बेटे विकास कैवर्त्य की अजय भैना और उसके तीन दोस्तों ने हत्या कर दी है। साथ ही लाश को हथनी तालाब के पास खेत में गाड़ दिया है। पुलिस ने संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो उन्होंने हत्या की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने उनकी निशान देही पर रामजी पाटले के खेत में एक बार पहले भी खुदाई की थी लेकिन खेत में पानी भरा होने की वजह से पुलिस नाकाम रही थी। अब एक बार फिर से तहसीलदार मस्तूरी की उपस्थिति में जेसीबी से खेत में खुदाई की गई तो विकास का मानव कंकाल बरामद हुआ। इसके कपड़े कड़ा और बेल्ट से उसके पिता ने विकास की पहचान की। पता चला कि अजय भानु और उसके तीन नाबालिग दोस्तों ने मिलकर विकास की हत्या कर दी थी। इस मामले में मुख्य आरोपी अजय भैना पहले ही दीपक के हत्या के मामले में जेल में बंद है। पुलिस ने इस हत्या के मामले में तीन नाबालिग किशोरो को गिरफ्तार किया है।

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