जितना भक्त भगवान के बिना अधूरा उतना ही अधूरे भगवान भक्ति के बिना है :- किशोरी आराध्य
भगवान ज्ञानी को नही अपितु भक्ति को दर्शन देते है
(सीपत से सतीश यादव रिपोर्ट)
बिलासपुर सीपत :– सीपत कॉलेज परिसर में मेलाराम साहू के तत्वाधान में 1 से 8 नवंबर तक आयोजित संगीतमय ऐतिहासिक श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया है। भागवत कथा के चौथे दिन शनिवार को राष्ट्रीय कथावाचिका किशोरी आराध्या शर्मा ने व्यासपीठ से कृष्ण जन्मोत्सव, राम कथा, प्रहलाद चरित्र, वामन अवतार की कथा विस्तार से बताया।
जैसे ही कथा के दौरान कृष्ण जन्म का प्रसंग आया और कथा पंडाल में भगवान कृष्ण, वासुदेव मथुरा से गोकुल पहुंचने का अभिनय करते हुए मंच की ओर बढ़ने लगे वैसे ही पूरा पंडाल जयकारा से गूंजने लगा। कृष्ण जन्मोत्सव का गीत जैसे कथावाचक ने शुरू किया सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु झूम झूम कर नाचने लगे। पूरा कथा पंडाल भक्तिभाव से गोकुल नजर आने लगा। कथावाचिका ने कथा श्रवण कराते हुए कहा भागवत कथा सुनना और भगवान को अपने मन में बसाने से व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन आता है। भगवान हमेशा आपने भक्त को पाना चाहता है। जितना भक्त भगवान के बिना अधूरा है उतना ही अधूरा भगवान भी भक्त के बिना है। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का केंद्र है आनंद । आनंद की तल्लीनता में पाप का स्पर्श भी नहीं हो पाता। भागवत कथा एक ऐसा अमृत है कि इसका जितना भी पान किया जाए मन तृप्त नहीं होता है। भगवान ज्ञानी को नही अपितु भक्त को दर्शन देते हैं। और सच्चे मन से ही भगवान प्राप्त होता है। लोगों को अपने जीवन में गुरु दीक्षा अवश्य लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि नारायण को पकड़ ले तो लक्ष्मी अपने आप साथ आएगी। हरिनाम से मन का मेल दूर हो जाता है। इसलिए सनातन संस्कृति को बचाने सत्संग जरूरी है। आज रविवार को श्रीकृष्ण की बाललीला व गोवर्धनलीला की कथा सुनाई जाएगी। आयोजन के मुख्य यजमान श्री मोहितराम साहू श्रीमती राजेश्वरी मेलाराम साहू श्रीमती प्रतीक्षा होमेश्वर साहू सहित साहू परिवार के अलावा समस्त ग्रामवासियों का विशेष योगदान रहा।