बेलतरा से कांग्रेस के ही त्रिलोक चंद श्रीवास बढ़ा सकते हैं विजय केशरवानी की मुश्किलें….
बिलासपुर/बेलतरा – आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी प्रत्याशी अपने-अपने स्तर पर चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं| दुर्गा पंडाल हो या गरबा का कार्यक्रम सब में अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं और संबंधित समिति को आर्थिक सहयोग भी प्रदान करने में पीछे नहीं हट रहे है। बात करें बेलतरा की तो यहां पर कांग्रेस से विजय केशरवानी को चुनावी मैदान में उतर गया है, वही त्रिलोक श्रीवास को इस बार भी कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया है, बेलतरा क्षेत्र में त्रिलोक श्रीवास के हजारों समर्थक है। कांग्रेस पार्टी के दावेदारों की बड़ी संख्या के बीच बड़ी उम्मीद और जतन के बाद विजय केशरवानी यहां से अपने लिए टिकट लाने में सफल तो हो गए पर उनके लिए जीत की राह आसान न होगी।सबसे बड़ा मुख्य कारण यह है कि स्थानीय क्षेत्र के प्रत्याशी को बेलतरा में टिकट दिए जाने की मांग प्राथमिकता के साथ रखी गई थी परंतु ऐसा नहीं होने पर नाखुश उम्मीदवार अपने नाराजगी का इजहार करते हुए अलग-अलग रूप से प्रतिक्रिया देते नजर आ रहे हैं।जिसका सबसे बड़ा कारण है त्रिलोक श्रीवास जो की पिछले कई वर्षों से बेलतरा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी करते आ रहे हैं परंतु हर बार उन्हें निराशा ही हाथ लगी है, इस बार उनके समर्थक चाहते हैं की त्रिलोक श्रीवास निर्दलीय बेलतरा से चुनाव लड़े। यदि ऐसा हुआ तो किसी को नुकसान हो या ना हो विजय केशरवानी को बड़ा नुकसान होना तय है। और यदि वह निर्दलीय खड़े नहीं भी होते हैं तो भीतर घाट कब है तो बना ही रहेगा। वहीं भाजपा ने अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है, संभव है आपसी दो की लड़ाई में तीसरे को फायदा हो जाए। भाजपा का सबसे मजबूत गढ़ माने जाने वाला बेलतरा क्षेत्र में अभी तक प्रत्याशी का चुनाव अभी तक नहीं हुआ है हो सकता है कांग्रेस के इस अंदरूनी कला को देखते हुए ऐसे नाम की घोषणा की जा सकती है जिसमें विधानसभा क्षेत्र का निवासी हो और लोगों की प्राथमिकता के अनुसार इस क्षेत्र के मुद्दे से काफी समय से जुड़ा हुआ हो इसका फायदा भाजपा को प्राप्त हो सकता है।