रतनपुर महामाया मंदिर में सप्तमी की रात पहुंचे हजारों श्रद्धालु
रतनपुर से वासित अली की रिपोर्ट
रतनपुर- बांसती नवरात्र के सप्तमी तिथि को भोर से ही माता रानी के दर्शन हेतु भक्तों का मन्दिर परिसर में कतार लगना प्रारम्भ हो गया था,मन्दिर परिसर में लगे जिगजैग में खचाखच श्रद्धालुओं की भीड़ तो लगी ही रही साथ ही साथ श्रद्धालुओं की कतार शंकर गेट तक पहुंच गई थी,
उल्लेखनीय है कि जगत जननी मां महामाया के श्री चरणों मे शीश नवाकर अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के ध्येय से हर नवरात्र में माता रानी के भक्तजन बड़ी ही श्रद्धा से महामाया मन्दिर पहुंचते है,जहां पर वे अपनी आस्था के अनुरूप मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित कराकर माता के प्रति अपनी निष्ठा प्रकट करते है, इसी तारतम्य में आज शारदीय नवरात्र के सप्तमी तिथि को हजारों की संख्या में पदयात्रा करते हुए रायपुर, बिलासपुर ,तिफरा,पाली,चैतमा सहित अनेक स्थलों से मां महामाया के भक्तजन जयकारा लगाते हुए मन्दिर पहुंचे,वही सुबह से लेकर देर रात तक तंत्र अधिष्ठाता श्री भैरव बाबा मंदिर,सिद्धि विनायक मन्दिर में भक्तों का तांता लगा रहा,
नवरात्रि के सप्तमी तिथि को महामाया देवी के दिव्य रूप दर्शन को धर्म शास्त्रनुसार अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है,इसी परिप्रेक्षय में सप्तमी की रात हजारों की संख्या में पदयात्रा कर पहुचे माता भक्तों ने मन्दिर प्रांगड़ पहुचने तक “जय माता दी ” की जयकारा लगाते रहे ,जिससे रतनपुर धाम माता रानी के जयकारे से सारी रात गूंजता रहा।
सप्तमी की सुबह से लेकर देर रात तक महामाया देवी की दर्शन पूजन करने वाले भक्तों का तांता लगा रहा, मन्दिर ट्रस्ट प्रबन्धन द्वारा मन्दिर दर्शन को आये भक्तों को सुब्यवस्थित दर्शन कराने की अपने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को बखूबी निभाने में कोई कसर नही छोड़ी।
जगह जगह दर्शनार्थियों का स्वागत स्टाल लगा।
मां महामाया की पुण्य धरा में पहुचे माता रानी के भक्तों का नगर के सामाजिक संगठनों व समाजसेवियों ने खुले ह्रदय से जगह जगह स्वागत स्टाल लगाकर मेवा मिष्ठान्न ,शर्बत,खीर पूड़ी,फल,बांटकर किया। इस दौरान पुलिस प्रशासन भी चुस्त नजर आई और लोगों को दर्शन प्राप्त करने में कोई कठिनाई नहीं हुई