छूटभैय्ये नेता और इलाके के गुंडे मवालियों से तंग मस्तूरी के ग्रामीणों ने किया विरोध में नगर बंद
आरोपियों के खिलाफ की गई कड़ी कार्रवाई की मांग
पीड़ित नागरिकों पर ही उल्टे एफआईआर दर्ज करने का भी जमकर हुआ विरोध
बिलासपुर।सुरेश सिंह बैस – मस्तूरी में आए दिन मारपीट, गुंडागर्दी, जबरन वसूली, छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और इन सामाजिक तत्वों के खिलाफ पुलिस की कार्यवाही न होने के विरोध में शुक्रवार मस्तूरी बंद का आह्वान किया गया।
मस्तूरी के ग्रामीणों ने कांग्रेस नेता और उसके साथियों पर स्कूली छात्राओं से छेड़खानी और चौपाटी में गुमटी, ठेला वालों से आए दिन मारपीट, गुंडागर्दी का आरोप लगाया है। ये बदमाश अक्सर स्कूल छूटने के समय रास्ते में खड़े हो जाते हैं और आने वाली छात्राओं के साथ गंदे इशारे, छेड़छाड़ और अश्लील व्यवहार करते हैं। मना करने पर गाली गलौज मारपीट इनका आये दिन का काम है।
ग्राम मोहतरा के नागरिक बदमाशों से परेशान
गत 2 अक्टूबर सोमवार को शाम 4:00 बजे जोन्धरा चौक मस्तूरी में सहोरण यादव होटल के सामने विश्वजीत सिंह अनंत, बलजीत सिंह अनंत, देवेश उर्फ निक्कू अपने पचीस से तीस साथियों के साथ हथियारों से लैस होकर पहुंचे थे। ये लोग घटना इस स्थल में पहुंचकर राकेश कुमार निरजक पर रॉड, लाठी, पत्थर आदि के साथ ताबड़तोड़ हमला कर दिया। जिससे राकेश निरनेजक के सर और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोट आई। घायल राकेश अस्पताल में भर्ती है। पीड़ित पक्ष इसकी शिकायत थाने में ना कर पाएं ,इसलिए बदमाश हथियारों के साथ थाने के गेट पर खड़े हो गए। जिनमें डर से पीड़ित परिवार और ग्रामीण एफआईआर दर्ज नहीं कर सके।
आरोप है कि इसके बावजूद मस्तूरी पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही। इधर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बेहद मामूली धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। उल्टे पीड़ित और घायल के खिलाफ भी आरोपियों के कहने पर काउंटर एफआईआर दर्ज कर लिया।, वह भी तब जब राकेश निरनेजक घायल अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अकलतरा में अपना इलाज करा रहा था। आरोपियों ने अपनी रसूख के दम पर मारपीट की घटना के चौबीस घंटे बाद एफआईआर दर्ज कराया है। इसलिए पुलिस की भूमिका पर भी संदेह जताया जा रहा है। पुलिस के ऐसे रवैए पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए हैं। आरोपी विश्वजीत सिंह अनंत इलाके का आदतन अपराधी है। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज है। वर्तमान में ग्राम पंचायत मस्तूरी के बाजार का ठेका उसके पास है, इसलिए वह अपने साथी पेशेवर अपराधियों के साथ अक्सर अवैध वसूली, मारपीट छेड़छाड़ जैसे अपराध करता रहता है। कन्या शाला के छात्राओं के साथ छेड़खानी करना, स्कूल के पास तेज हॉर्न बजाना आए दिन की बात है । मना करने पर यह लोग खुद को विश्वजीत सिंह अनंत का भाई और दोस्त कहते हैं। इन लोगों द्वारा विश्वजीत सिंह अनंत के दादागिरी का खौफ दिखाकर आम लोगों को डराया जाता है ।
आरोप है कि ये बदमाश आसपास चौपाटी में लगने वाले गरीबों के दुकान और ठेलो में मुफ्त का नाश्ता करते हैं। और पैसे मांगने पर इनके द्वारा मारपीट की जाती है। वहीं आए दिन
इनके द्वारा धौंस दिखाया जाता है कि हम सतनामी बघवा के भाई और दोस्त हैं, इतना सबके बावजूद आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न होने से नाराज ग्रामीणों ने शुक्रवार को मस्तूरी बन्द का आह्वान किया। इस घेराव में भारी संख्या में नागरिक शामिल हुए। इस दौरान अस्पताल और आपातकालीन प्रतिष्ठानों को छोड़कर स्वस्फूर्त ढंग से पूरा मस्तूरी इसदिन बन्द रहा।
पुलिस में भी शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई है । इधर एसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि नियमानुसार आरंभिक रूप से दोनों ही पक्षों की ओर से शिकायत ली गई है। लेकिन बाद में जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इधर मस्तूरी के लोगों ने कहा की गुंडागर्दी, लूटपाट और गरीबों को सताने वाले यह लोग दावा करते हैं, कि उनका संबंध सत्तारूढ़ पार्टी से है। अगर यह सच है तो पार्टी को भी ऐसे तत्वों के खिलाफ नकेल कसना होगा, अन्यथा उन्हें आगामी चुनाव में इन लोगों की वजह से नुकसान होना तय है।