कांग्रेस में कार्यकर्ता टिकिट बांट रहे और मांग रहे, भाजपा के कार्यकर्ता उपेक्षित : बैज
रायपुर । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि अब की बार भाजपा दहाई के अंक तक भी नहीं पहुंचेगी। कांग्रेस सरकार के कामों से राज्य की जनता के जीवन स्तर में व्यापक परिवर्तन हुआ है। अपनी सरकार के कामों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह का वातावरण है। कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं को लेकर जनता के बीच जाने का संकल्प विधानसभा स्तरीय संकल्प शिविरों में ले रहे है। कांग्रेस के संकल्प शिविर में हर बूथ से 10 से अधिक कार्यकर्ता आ रहे है। हर विधानसभा क्षेत्र में 2500 से 3000 बूथ स्तरीय कार्यकर्ता फिर से सरकार बनाने का लक्ष्य लेकर अपने क्षेत्रों में जा रहे। इन्हीं कार्यकर्ताओं की मजबूती और सरकार के पांच सालों के दम पर 75 से अधिक सीटों के साथ प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी चयन में पार्टी के कार्यकर्ताओं की सहभागिता सुनिश्चित करने के साथ निचले स्तर के कार्यकर्ताओं को भी टिकट मांगने का अधिकार दिया है। पार्टी में सभी के आवेदनों का गुण दोष के आधार पर निर्णय लिया जायेगा। भाजपा ने तो बिना किसी की राय लिये 21 प्रत्याशियों के नाम की सूची घोषित कर दिया, जिसके कारण भाजपा का कार्यकर्ता अपने आपको अपमानित महसूस कर रहा है। भाजपा में तो प्रदेश चुनाव समिति की भी कोई अहमियत नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष बेचारा बन गये है। पूर्व मुख्यमंत्री अपने घर से प्रत्याशी घोषित कर देते है। रमन सिंह के घोषित प्रत्याशी को ओम माथुर मानने को तैयार नहीं है। रमन सिंह ने कहा कि 22वां प्रत्याशी नीलकंठ टेकाम है। ओम माथुर ने कहा अभी 69 प्रत्याशी और घोषित होंगे। यह भाजपा के अंदर की गुटबाजी को बताने के लिये पर्याप्त है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने 21 प्रत्याशियों की सूची जारी की है वो सभी चुनाव लड़ने से पहले ही हार गए, भाजपा के कार्यकर्ता और नेता ही उसका विरोध कर रहे हैं, भाजपा में भगदड़ मच गई है, कई जगह बड़े पदाधिकारी इस्तीफा दे रहे, ओम माथुर के दौरे में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अंबिकापुर, राजिम, पाटन, गरियाबंद में भाजपा प्रत्याशियों का जमकर विरोध हो रहा है। अभी बीजेपी को 69 प्रत्याशी घोषित करनी है तो पहले भाजपा के 69 प्रत्याशियों को भी भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं से ही पहली लड़ाई लड़नी है।
कांग्रेस पास चुनाव जीतने का सबसे बड़ा आधार सरकार के काम और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विश्वसनीयता है। भाजपा के पास कांग्रेस सरकार के कामों और मुख्यमंत्री की विश्वसनीयता का कोई तोड़ नहीं है। भाजपा में मची भगदड़ यह बताने के लिये पर्याप्त है कि भाजपा चुनाव के पहले ही हार मान गयी है।