केंद्रीय विद्यालय चिरमिरी के बच्चों ने देखी चंद्रयान-3 की लाईव लैंडिंग, पुरे स्टाफ रहे मौजूद
चिरमिरी (भरत मिश्रा)। चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के साथ भारतीय के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है. इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए केंद्रीय विद्यालय चिरमिरी के प्राचार्य एन.के. सिन्हा के निर्देशानुसार विद्यालय के छात्रों एवं समस्त स्टाफ ने विद्यालय के मिनी हाल में स्मार्ट बोर्ड के माध्यम से चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने का सीधा प्रसारण देखा. शाम 6:04 बजे जैसे ही रोवर विक्रम ने चाँद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की तो पूरा हॉल ख़ुशी से झूम उठा।
इस मौके पर प्राचार्य श्री सिन्हा ने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि, “आज का दिन भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है. चंद्रयान -3 की सफल लैंडिंग ने ये साबित कर दिया है कि भारत किसी से कम नहीं है, और अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में कई विकसित देशों को पछाड़ते हुए हम बहुत आगे खड़े है. उन्होंने कहा कि आज की इस उपलब्धि के पीछे हमारे वैज्ञानिकों की दिन-रात की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता है. भारत ने अपने पहले उपग्रह आर्यभट्ट से लेकर चंद्रयान-3 तक एक लम्बा सफ़र तय किया है. और शानदार सफलताएँ हासिल की है. आज भी हमने जो उपलब्धि हासिल की ये असाधारण उपलब्धि हमारे युवाओं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा के रूप में काम करेगी, और उनके अन्दर विज्ञान को लेकर और आकर्षण पैदा करेगी। उन्होंने कहा कि भारत के लिए ये शुरुआत है, वो दिन दूर नहीं जब भारत अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम की बदौलत पूरे विश्व के लिए उदाहरण बनेगा।
विद्यालय के प्राचार्य एवं भौतिक शास्त्र के शिक्षक अखिलेश कुमार दुबे ने मिली हाल में उपस्थित छात्रों एवं शिक्षकों को इस लैंडिंग के संपूर्ण गतिविधि को आसान भाषा में पल-पल की घटनाक्रम को समझाया व उन्हें प्रेरित करते हुए कहा कि आप अभी से वैज्ञानिक सोच विकसित करेंगे तो वो दिन दूर नहीं जब भविष्य में एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक के रूप में आप भारत के लिए शानदार अंतरिक्ष कार्यक्रम विकसित कर रहे होंगे और तब पूरा भारत आपसे प्रेरणा लेगा।