बिलासपुर एयरपोर्ट उन्नयन का कार्य प्रगति पर मामले पर उच्च न्यायालय में हुई सुनवाई
बिलासपुर/ सुरेश सिंह बैस – उच्च न्यायालय में बिलासा की नगरी में सर्वसुविधायुक्त एयरपोर्ट की जरूरत के मामले पर सुनवाई हुई। इस दौरान सरकार की ओर से कहा गया कि बिलासा दाई केंवटिन एयरपोर्ट, चकरभाठा के उन्नयन के कार्य प्रगति पर हैं। तो वहीं टर्मिनल भवन के विस्तार के लिए फ्लोरिंग, सीलिंग, नए बाथरूम,
टिकट काउंटर, मेडिकल कक्ष और एप्रोच रोड के कार्य पूरे हो चुके हैं।
वर्तमान में संचालित टर्मिनल भवन की कुछ दीवारों और ग्लास पार्टिशन को हटाने का काम चल रहा है। सरकार की ओर से कहा गया है कि इससे संबंधित सारे सिविल कार्य आगामी 31 जुलाई तक पूर्ण हो जायेंगे।
3 C – VFR से 3 C – IFR श्रेणी के उन्नयन के लिए 85% कार्य चुका है लेकिन नाईट लैंडिंग के कार्य के हेतु 35 साइड के
विस्तार के लिए पक्की बाउंड्री वॉल बनाने की प्रशासकीय स्वीकृति अभी नहीं मिली है। इसके लिए राज्य शासन के डायरेक्टर एविएशन को पत्र लिखा गया है। इससे संबंधित सिविल कार्य 31 अगस्त 2023 तक पूर्ण हो जायेंगे।
वहीं दस मीटर चौड़ी एयरपोर्ट लिंक रोड के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। और बताया गया कि इस रास्ते में पड़ने वाले बिजली के खंबे एवम ट्रांसफार्मर रुकावट बने हुए हैं। साथ ही सौ मीटर के क्षेत्र में अतिक्रमण भी बाधा बना हुआ है। सरकार की ओर से कहा गया कि वर्षा ऋतु के कारण बीटी का काम अभी नहीं हो सकता । लेकिन इस लिंक रोड का काम 31 अक्टूबर 23 तक पूरा हो जायेगा ।
याचिकाकर्ताओं ने उड़ान 5 से बिलासपुर को बाहर करने के मामले में बताया कि इसके लिए उड्डयन विभाग द्वारा जिन आंकड़ों को आधार बनाया गया है वो भ्रामक हैं। इस पर उच्च न्यायालय ने संबंधित अधिकारियों को नोटिस भेज कर उचित कारण बताने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 17 अगस्त 23 को होगी। जिसमें उच्च न्यायालय ने सभी विभागों को अपने कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया हैं। सरकार के द्वारा किए गए दावों की जांच के लिए याचिकाकर्ता के अधिवक्ता आशीष श्रीवास्तव के साथ याचिकाकर्ता सुदीप श्रीवास्तव ने बिलासा दाई केंवटिन एयरपोर्ट का निरीक्षण किया। और दोनों ने सरकारी दावों को संतोषजनक माना है।