कमलेश लव्हात्रै ब्यूरो चीफ
आरोपी भट्ठा मालिक व उनके गुंडों को न पकड़कर ,मकतूल की मजदूरन पत्नी को ही साजिशन आरोपी बनाकर जेल में डालने के मामले में LSU व जनसाहस [NGO] के अथक प्रयास से मजदूरन रिहा हुई व मामले का पुर्नजांच का आदेश हुआ।*
बिलासपुर।उपरोक्त विषयान्तर्गत मामले में मजदूरन जिन्हें साजिश के तहत जेल में उनके दूधमुहें बच्चे के साथ डाल दिया गया था, वे जमानत पर रिहा होकर बिलासपुर पहुंची ।
ज्ञात हो कि, कुछ माह पूर्व *लोक सिरजनहार यूनियन [LSU* ]एवं *गुरुघासीदास सेवादार संघ[GSS]* के अध्यक्ष *लखन सुबोध* को मस्तूरी क्षेत्र के एक गॉंव से लोगों ने ख़बर दिया कि एक मजदूर [ *ईंट भट्ठा प्रवासी मजदूर] की हत्या* जिला आम्बेडकरनगर [उ.प्र.] के ईंट भट्ठे पर हो गयी और यह विवरण दिया गया है कि, इसके *_असली हत्यारे भट्ठा मालिक* व उनके गुंडे हैं ,जो मजदूर की पत्नी से *बलात्कार का प्रयास* कर रहे थे।
महिला के हल्ला मचाने पर उनका पति व अन्य लोग आए तो, भट्ठा मालिक व उनके गुंडों ने महिला के पति पर *घातक वार किया और उन्हें मार डाला गया।*
इस घटना को *पैसे की ताकत से* अपराधियों ने मृतक/ मकतूल की पत्नी द्वारा किया गया कहकर,पुलिस ने *महिला को ही जेल में* डाल दिया।साथ में उनके दुधमुंहे बच्चे को भी जेल भेजा गया।
यह घटना माह फरवरी 2023 का है।लेकिन बिलासपुर के गॉंव में उनके परिजनों को करीब 5-6 माह बाद पता लगा ।उनके परिजन आम्बेडकरनगर पता करने गए ,लेकिन उन्हें वहां के प्रशासन से कोई सहयोग नहीं मिला, बल्कि उन्हें डरा-धमकाकर वापिस भेज दिया गया।
इसके उपरांत कुछ जागरूक लोगों ने LSU के अध्यक्ष श्री लखन सुबोध को इसकी जानकारी दी।LSU द्वारा इसकी जांच पड़ताल की गयी और पाया की प्रवासी मजदूर परिवार के साथ बहुत बड़ा अन्याय घटित हुआ है ।
इस पर मस्तूरी जिला बिलासपुर में इस मामले पर न्याय पाने LSU द्वारा धरना -प्रदर्शन कर सरकार को ज्ञापन दिया गया।इस पर उम्मीद की जा रही थी , *छ. ग. सरकार इस मामले पर उ. प्र. सरकार से* संवाद स्थापित कर उचित पहलकदमी करेगा।लेकिन *प्रवासी मजदूरों के प्रति सरकार ने कुछ नहीं किया।
LSU की इन गतिविधियों से वाकिफ़ एक मित्र संगठन NGO *”जन साहस* ” द्वारा कानूनी आर्थिक मदद से आम्बेडकरनगर ,लखनऊ में कार्यवाही को अंजाम दिया गया।इसमें *LSU के महासचिव वीरेंद्र भारद्वाज* एवं *जन साहस के एड. दिनेश कुमार उत्तरप्रदेश* कार्यवाही दौरा पर गए।
पीड़ित महिला की जमानत हुई है,वे और उनके दुधमुँहे बच्चे *जेल से रिहा हुए हैं।* NGO जन साहस लखनऊ के साथियों ने दिनांक 09-07-2023 को बिलासपुर में उनके गांव तक छोड़ने आए।
*मामले का पुर्नजांच का आदेश* भी हुआ है।पीड़ित परिवार के तीन नाबालिग बच्चें जो अभी लखनऊ CWC में रखे गए हैं,उनकी शिक्षा पालन-पोषण पर *फंड भी मुकर्रर किया गया* ।वे भी जल्द बिलासपुर अपने गांव आ जाऐंगे।