सीपत

उच्चभठ्ठी से अलग पंचायत बनाए जाने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग कर रहे हैं निपनिया के ग्रामीण

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उच्चभठ्ठी से अलग पंचायत बनाए जाने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग कर रहे हैं निपनिया के ग्रामीण

इस भीषण गर्मी में पानी की समस्या को लेकर ग्रामीण हलाकान हो

ग्रामीणों का कहना है कि गांव का विकास ही नही हो रहा है तो मताधिकार के उपयोग भी नही करेंगें

बिलासपुर सीपत /सतीश यादव // :— जिले के बिल्हा विकासखंड अंतर्गत बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के आश्रित ग्राम निपनिया के ग्रामीणों ने अलग पंचायत बनाए जाने की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है। 2017 से लगातार ग्रामीण मूलभूत समस्याओं के चलते निपनिया को उच्चभठ्ठी से अलग पंचायत बनाए जाने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग कर रहे हैं। अलग पंचायत नही बनने पर ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से विधानसभा लोकसभा सहित प्रत्येक चुनाव का बहिष्कार करने का एलान कर दिया है। इस बात का कलेक्टर को सौंपे प्रति में उल्लेख किया गया है।

मालूम हो कि ग्राम पंचायत उच्चभठ्ठी के आश्रित ग्राम निपनिया में करीब 1500 जनसंख्या है। वही लगभग 850 मतदाता है। कुल 20 वार्ड में से 6 वार्ड निपनिया ग्राम में है। सिर्फ दो हैंडपंप के भरोसे निपनिया ग्राम है इस भीषण गर्मी में पानी की समस्या को लेकर ग्रामीण हलाकान हो जाते है। पानी भरने भारी भीड़ के बीच ग्रामीणों को अपनी बारी का इंतज़ार करना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि बजरंग मोहल्ले के शासकीय तालाब को गहरीकरण कराने के नाम पर खुदाई करवाया गया है। लेकिन गहरीकरण का कोई कार्य नही हुआ। पानी की समस्या के चलते गांव में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गांव में शासकीय नल खुदवाया गया था वह भी बेजाकब्जा की भेंट चढ़ गया। प्रायमरी के पढाई के बाद स्कूली बच्चे पुल नही होने के कारण अपने जान को खतरे में डालकर लबालब भरे नरवा को पार करके नवागांव मिडिल स्कूल जाने को मजबूर हो जाते हैं या फिर बाढ़ के चलते महीनो तक बच्चे स्कूल नही जा पाते जिससे उनकी शिक्षा दीक्षा ठप पड़ जाती है। कृषि कार्य के लिए खाद बीज उच्चभठ्ठी से ही खत्म हो जाता है। खत्म होने के बाद निपनिया के ग्रामीणों को पता चलता है। इसके अलावा बेजाकब्जा , पुल , महिलाओं के बैठने के लिए सार्वजनिक भवन की कमी , शिक्षा, नाली , स्कूल की बाउंड्रीवाल सहित ग्रामीण कई मूलभूत सुविधाओं को लेकर निपनिया ग्राम विकास की बांट जोह रहा है। इसी समस्या के चलते ग्रामीणों ने अलग ग्राम पंचायत बनाए जाने की मांग को लेकर कई बार रैली के माध्यम से कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों का कहना है कि इन समस्याओं को अवगत कराकर कई बार मांग करने के बावजूद भी शासन प्रशासन की ओर से कोई सुध नही लिया गया है। जिसके चलते आक्रोशित ग्रामीणों ने चुनाव में वोट नही डालने का एलान कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव का विकास ही नही हो पा रहा है तो मताधिकार के उपयोग क्यों करें। उन्होंने एक स्वर में कहा कि अलग ग्राम पंचायत बनने पर ही निपनिया ग्राम का विकास होगा अन्यथा नही।

बेशक राजनीतिक दल प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित करने का दावा करते हैं। मगर सच्चाई तो ये है कि आज भी प्रदेश के कई गांवों में लोग मूलभूत सुविधा से कोसो दूर है । यही वजह है कि निराश होकर अब निपनिया के ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में चुनाव के बहिष्कार करने का फैसला लिया है।

 

—–: अलग पंचायत बनाने के लिए पहली शर्त ग्राम पंचायत से प्रस्ताव पास होना चाहिए। निपनिया अलग ग्राम पंचायत बनने के लिए यदि हर स्तर में शासन प्रशासन के क्राइटेरिया में अगर होगा तो निश्चित रूप से शासन के आदेश के बाद अलग किया जा सकता है। :——

श्रीकांत वर्मा
एसडीएम , बिलासपुर

——: यदि निपनिया के ग्रामीण अलग ग्राम पंचायत बनाने की मांग करे रहे हैं तो इसमें कोई आपत्ति नही है। बल्कि अभी इस विषय का प्रस्ताव पंचायत में नही हुआ है। अगर निपनिया के ग्रामीण मांग करते हैं तो प्रस्ताव पारित करने में किसी भी प्रकार की कोई आपत्ति नही है। :—–

नारायण प्रसाद साहू
सरपंच , ग्राम पंचायत उच्चभठ्ठी

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