पॉलिटिकल वॉच

पिछली विधानसभा में कमजोर प्रदर्शन के चलते कांग्रेस का ध्यान बिलासपुर संभाग पर

Share this

पिछली विधानसभा में कमजोर प्रदर्शन के चलते कांग्रेस का ध्यान बिलासपुर संभाग पर

बिलासपुर – कांग्रेस के संभागीय सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, संगठन का कार्यक्रम चल रहा है। पहले जगदलपुर में था। आज बिलासपुर में है आगे दुर्ग में रहेगा। भाजपा राहुल गांधी से डरती है। अमित शाह के दुर्ग दौरे को लेकर कहा, पिछली बार उन्होंने जो नारा दिया था 65 पार, वह कांग्रेस के लिए था।कार्यक्रम की शुरुआत से पहले मोहन मरकाम ने कहा, विधानसभा चुनाव में सर्वे के आधार पर जीतने वाले उम्मीदवार को टिकट दिया जाएगा। बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि, साढ़े चार साल से बीजेपी नेता बिल में छुपे थे। अब कुकुरमुत्ते की तरह बाहर निकल रहें हैं। जनता समझ चुकी है कि जब चुनाव नजदीक आता है तभी भारतीय जनता पार्टी बाहर निकलती है। भाजपा में एक साल में दो बार नेता प्रतिपक्ष बदल दिया गया।चुनावी रणनीति बनाने के लिए सम्मेलन विधानसभा चुनाव को अब महज कुछ माह बचे हैं। ऐसे में प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा बस्तर संभाग पर ज्यादा जोर दे रही है। इसमें कांग्रेस भी पीछे नहीं है। कांग्रेस बस्तर के सभी सीटों पर अपने विधायकों को जिताने की रणनीति बना रही है। वहीं, पिछली विधानसभा में कमजोर प्रदर्शन के चलते कांग्रेस का ध्यान बिलासपुर संभाग पर भी है।

यही वजह है कि बस्तर के बाद बिलासपुर में संभागीय सम्मलेन किया जा रहा है। सिम्स के आडिटोरियम में दिग्गज कांग्रेसी नेता संभाग भर से आने वाले पदाधिकारियों से सीधी बात करेंगे। बूथ व सेक्टर कमेटी के गठन के साथ ही ब्लाक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की सक्रियता भी परखेंगे|
मोहन मरकाम ने कहा भाजपा में हर कोई नेता बड़ा बनने का प्रयास कर रहा है।भाजपा में कोई एक दूसरे को सपोर्ट नहीं करता। सच तो यह है कि भाजपा के लोग निराशा और हताशा के दौर से गुजर रहे है।उन्होने जोर देकर कहा कि कांग्रेस संगठन और सत्ता के तालमेल के साथ आगे जा रही है। हम एकजुटता के साथ आगे जाएंगे। 2023 में हमें जनता का जनादेश हमें मिलेगा

भारी अव्यवस्था के बीच शुरू सम्मेलन सम्मेलन में संभाग भर से कांग्रेस संगठन के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि समेत एक हजार से अधिक कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है। उनके लिए कार्यक्रम स्थल पर ही भोजन की व्यवस्था करने का दावा किया गया है। लेकिन, सम्मेलन शुरू होने के पहले ही अंदर जाने के लिए कार्यकर्ताओं को जद्दोजहद करनी पड़ी। दूर दराज से सम्मेलन में शामिल होने आए कार्यकर्ताओं को आडिटोरियम के बाहर ही रोक दिया गया। इसके चलते कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी देखी गई।

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *