जमानती धाराओं से सटोरियों के हौसले बुलंद,
लगातार कार्रवाई के बाद भी बंद नहीं हो रहे जुए-सट्टे के अड्डे
नवागढ़ /संजय महिलांग – लगातार सट्टा-जुआ के खिलाफ पुलिस छापामार कार्रवाई कर रही है लेकिन उसके बाद भी सटोरिए सट्टा खिलाने से बाज नहीं आ रहे। कमजोर क़ानूनी धारा और जमानती अपराधों के चलते सट्टा-जुआ के आरोपियों की जमानत हो जाती है। रोजाना पुलिस सटोरियों को गिरफ्तार करती है मगर छत्तीसगढ़ में कमजोर और जमानती धाराओं के चलते अपराधी छूट जाते है, पुलिस ऐसे आरोपियों से काफी त्रस्त हो रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि समय समय पर पुलिस आधे दर्जन से भी ज्यादा सटोरियों को गिरफ्तार करती है लेकिन उनकी जमानत हो जाती है। ऐसे आरोपियों को रोकने में पुलिस इसलिए नाकाम होते जा रही है क्योंकि जुआ एक्ट की धारा ही जमानती धारा है जिस पर आरोपियों की जमानत हो जाती है
नगर में आए दिन सट्टा का करोबार जोरो से चलते जा रहा है। शहर में सट्टे का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। शहर के साथ-साथ गांवों में भी सट्टा का कारोबार सफेदपोश नेताओं और आस-पास लोगों की मदद से तेजी से फैल रहा है। लोग बेख़ौफ़ होकर अपने काले धंधे का संचालन कर रहे हैं। शहर के कई क्षेत्रों में सट्टे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। जमानती धाराओं के चलते जल्दी छूट जाते है!
गलियों में चलता सट्टा
पूरे शहर को सट्टे ने अपनी चपेट में ले लिया है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लोग अब खुलेआम सट्टा खेल रहे हैं और उनमें पुलिस का भी कोई डर नहीं नजर आता। वहीं पुलिस इस पूरे मामले पर कड़ी कार्रवाई करने में जुट गई है लेकिन जमानती धाराओं के चलते आरोपी छूट जाते है यही कारण है कि शहर की तंग गलियों में काफी लोग सट्टे के धंधे में लगे हुए हैं। वहीं हालात देखकर लगता है कि इस पूरे मामले में कहीं ना कहीं कमजोर कानून व्यवस्था ही है क्योंकि जिस तरह खुलेआम सट्टा चलने लगा है। माना जा रहा है कि नवागढ़ में रोजाना लाखों रुपए का सट्टा खेला जा रहा है। शहर में धड़ल्ले से चल रहे इस कारोबार को इलाके के सफेद पोश और छुटभैय्या नेताओं का खुला संरक्षण प्राप्त है।
सट्टा की स्कीम से पुलिस गुमराह
शहर में आईपीएल मैच शुरू होते ही सट्टा का कारोबार भी जोर शोर से चलने लगता है। नवागढ़ र में साइकिल से घूम-घूमकर सट्टा पट्टी लिखी जा रही है। शहर में बस स्टैंड के पास खुलेआम सट्टा पट्टी लिखा जा रहा है। इसके आलावा कई साइकिल स्टोर, पान ठेला, की आड़ में भी सट्टा-पट्टी लिखने का खेल चल रहा है। शहर से जुड़े कई गांवों में भी सट्टा कारोबारी पैर पसार चुके हैं।
सट्टे के इस खेल को बढ़ावा देने सटोरी ग्राहकों को मुफ्त में स्कीम देखने सट्टे नंबर वाले चार्ट उपलब्ध करा रहे हैं। इसका गुणा भाग कर ग्राहक सट्टे की चपेट में बुरी तरह से फंस कर पैसा इस अवैध कारोबार में गंवा रहा है। शहर में बढ़ रहे अपराध पर अंकुश लगाने की पुलिस प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी सट्टा-जुआ, अवैध नशीली दवाओं का कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है।