रायपुर- छत्तीसगढ़ को किसी की नजर लग गई. सत्ता में बैठे कांग्रेस के मुख्यमंत्री या भाजपा के दोनों सत्ता को व्यापार का दर्जा देते हैं। कांग्रेस तो कई मील आगे निकल गई है, प्रदेश के आई.ए.एस., आई.पी.एस. सचिव, कांग्रेस के साथ मिलकर मात्र धन कमाने के लिए अपनी सभी शिक्षाओं को तिलांजली दे दिये हैं। माता-पिता, पत्नी, परिवार, जब ये जानते हैं कि प्रदेश के कर्णधार चोर डाकुओं से भी निक्रिष्ट है क्या बीतती है विचारों पर प्रदेश में कोल घोटाला. आरटीओ घोटाला और शराब घोटाला प्रदेश सहित भारत के जेहन को झकझोर दिया है। वर्तमान सरकार धन कमाने को अपना सिद्धांत बना लिया है। गांधी जी की फोटो छोड़ कांग्रेस ने सभी उपक्रम अवैध शराब बेचने के लिए कर लिए हैं। ई. डी. द्वारा 2 हजार करोड़ का घोटाला बता रहा है, जबकि 60 हजार करोड़ का घोटाला है। प्रदेश में वर्तमान प्रदेश सरकार के अनुसार बिक्री 6 हजार से 6.5 हजार करोड़ की बताई जाती है। जबकि छसपा ने 9.5 हजार करोड़ रूपये में मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को प्रस्ताव देकर मांगा था यह शराब बिक्री लगभग 15 से 18 हजार करोड़ की है अर्थात् 12 हज़ार करोड़ रूपया लगभग अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, अमोलक सिंग भाटिया गैंग द्वारा छत्तीसगढ़ के अधिकार का पैसा डकैती डाल दिया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सार्वजनिक बयान देकर स्वीकार करते हैं कि डिसलरी द्वारा शराब निर्माण कर अवैध बेचने के लिए अनवर ठेबर को अवैध रूप से दिया है और टैक्स चोरी किया है। मुख्यमंत्री ने क्या कार्यवाही कराई सार्वजनिक करें। अनवर ढेबर की गिरफ्तारी हुई है. अनिल टूटेजा परिवार पूछताछ गिरफ्तारी के क्यू में हैं वहीं आरिफ हुसैन जो अनवर डेबर की वसूली के पैसे की सुरक्षा करवाते थे, ये छत्तीसगढ़ से बाहर हैं। हजारों करोड़ रूपये का शराब घोटाला भ्रष्टाचार गांधी परिवार सहित कांग्रेस नेतृत्व को क्यों नहीं दिख रहा है, क्या कर्नाटक का चुनाव सहित भारत के चुनाव में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने लाखों करोड़ रूपया कांग्रेस नेतृत्व को दिया है? जो कांग्रेस कर्नाटक में भ्रष्टाचार का विरोध कर भाजपा को धूल चटा दिया। आज छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के भ्रष्टाचार पर चुप्पी क्यों साथ लिये हैं? भाजपा का भ्रष्टाचार और कांग्रेस का भ्रष्टाचार दोनों बराबर है और दोनों को दण्ड मिलना चाहिए। छत्तीसगढ़ में दुर्भाग्य है कांग्रेस और भाजपा ही सत्ता के दावेदार हैं अगर जनता में जागृति आई तो नैतिकवान उम्मीदवारों को जीताने का साहस करेंगी। आम आदमी पार्टी एक उम्मीद थी परन्तु निश्चित तौर पर दिल्ली के शराब घोटाले सहित अन्य घोटालों में मुख्यमंत्री निवास जो आम जनता का है, उस पर करोड़ों रूपया खर्चा कर अपनी मानसिक विकृति को सामने लाया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को शराब का 2 नंबर व्यापार श्वेतपत्र जारी करना चाहिए और भारतीय जनता पार्टी के 13 विधायक को राजनीति से संन्यास लेना चाहिए कि वे साढ़े चार साल अनवर ढेबर के अवैध शराब को पोसते रहे। राज्य आंदोलनकारी छत्तीसगढ़ का किसान मुख्यमंत्री से जवाब चाहता है। जब शराब कारखाने में शराब बनता है तो प्रत्येक बेंच के अनुसार शराब बॉटल का बॉटलिंग होता है जिसमें होलमार्का राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाता है बाकायदा चालान पटवाकर अर्थात् अनवर ढेबर, ए.पी. त्रिपाठी, भूपेश सरकार साझेदारी में अवैध शराब का व्यापार किये हैं। कई हजार करोड़ के शराब घोटाले को उजागर करने के लिए ई.डी. को बधाई देते हैं और पुलिस अधीक्षक रायपुर अनवर डेबर सहित अव शराब कोचियों को सूचीबद्ध कर छत्तीसगढ़ राज्य से बाहर करें। चुनाव में अवैध शराब जहरीली शराब का संग्रह यहीं लोग करते हैं और हम कांग्रेस की भूपेश सरकार की हम निंदा करते हैं।
चारा घोटाला से भी कई गुना बड़ा है छ.ग के भूपेश बघेल सरकार का शराब घोटाला – अनिल दुबे
