रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा मंगलवार को अचानक राजधानी रायपुर आई। बताया जा रहा है कि उनके आने की सूचना प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भी नहीं थी। न ही दौरे को लेकर प्रोटोकॉल ही जारी हुआ था। सबसे खास बात यह है कि कुमारी शैलजा के यहां पहुंचते ही उनसे मिलने मंत्री शिव डहरिया पहुंच गए। हालांकि उन्हें एयरपोर्ट रिसीव करने के लिए पीसीसी चीफ और आबकारी मंत्री पहुंचे था।
कुमारी सैलजा के अचानक इस दौरे को लेकर जहां कांग्रेसी खामोश हैं, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. रमन सिंह ने प्रदेश में हो रही इस हलचल को महत्वपूर्ण करार दिया है। डा. रमन ने कहा है कि, प्रदेश प्रभारी आते हैं तो कुछ ना कुछ विषय को लेकर आते हैं। वैसे भी प्रदेश में हलचल हो रही है, एक महत्वपूर्ण विषय वो भी है।
घोटाला प्रूफ हुआ है, अब कांग्रेस पार्टी को तय करना है
छत्तीसगढ़ में करप्शन रोज-रोज उजागर हो रहे हैं। दो हजार करोड़ का शराब घोटाला प्रूफ हो गया है। नयायालय में प्रस्तुत हो गया है। सरकार के संरक्षण में सिंडीकेट ने 30 फीसदी अवैध शराब बेची। अब इससे बड़े प्रमाण की जरूरत नहीं है। डा. रमन बोले कि, अब उनके केंद्रीय नेतृत्व को फैसला लेना है कि, ऐसे व्यक्ति को पद पर बने रहने का अधिकार है या नहीं।
SIT एक्सपर्ट CM 4400 करोड़ के घोटाले में क्यों थे चुप -रमन
कांग्रेस पार्टी द्वारा भाजपा सरकार के दौरान 4,400 करोड के शराब घोटाले के आरोप पर पूर्व CM रमन सिंह ने कहा- इससे बड़ा मजाक नहीं हो सकता। इससे बड़ा जोक नहीं हो सकता। आप मुख्यमंत्री हो..साढ़े 4 साल से पद पर बैठे हो, मुख्यमंत्री के सारे अधिकार हैं। बात-बात पर एसआईटी का गठन, हर 15 दिन में एक SIT का गठन करने वाले मुख्यमंत्री हो। 10 साल तक खामोश क्यों रहे थे, कोई आरोप साढ़े 4 साल में नहीं लगा पाए। जब इनका गला फंसने लगा तो चोर मचाए शोर… सीधा-सीधा अपनी चोरी को छिपाने के लिए जोर-जोर से सब को भ्रष्ट बताने की कोशिश कर रहे हैं।