घर खरीदना हर किसी का सपना होता है। लोग इसके लिए बचत भी काफी करते हैं। महंगाई के कारण घर की कीमत तेजी से बढ़ती जा रही है, जिस कारण होम लोन एक जरूरत बन गया है। इस आर्टिकल के लिए जानें कि कैसे कम ब्याज दर पर आपको होम लोन मिल सकता है।
होम लोन क्या है
होम लोन बैंक की ओर से आपको घर खरीदने के लिए ब्याज पर दी जाने वाली राशि है, जो कि आपको एक तय समय सीमा के अंदर चुकानी होती है। इसके बदले बैंक आपके द्वारा लिए गए घर को गिरवी रखता है। होम लोन किसी बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी की ओर से दिया जाता है।
होम लोन की पात्रता
होम लोन कोई भी व्यक्ति ले सकता है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तों को पूरा उस व्यक्ति को पूरा करना होता है।
आयु: जितनी कम आयु पर होम लोन के लिए आवेदन करेंगे, उतनी जल्दी क्लियर होने के संभावना अधिक रहती है। बैंक अक्सर 60 वर्ष से अधिक की आयु के लोगों को लोन देने से बचते हैं।
आय: ये किसी भी होम लोन में सबसे महत्वपूर्ण मानक होता है। अगर बैंक को विश्वास हो जाता है कि आपकी आय होम लोन आवेदन में मांगी गई राशि को चुकाने के लिए पर्याप्त है तो आसानी से होम लोन मिल जाता है।
क्रेडिट स्कोर: अच्छा क्रेडिट स्कोर लोन दिलाने में आपकी मदद करता है। 750 से अधिक का क्रेडिट स्कोर अच्छा माना जाता है।
अधिकतम कितना होम मिलता है?
बैंक की ओर से आपकी घर की वैल्यू का 90 प्रतिशत तक लोन मिल जाता है, लेकिन आपको उतना ही होम लोन लेना चाहिए, जितने की आवश्यकता है। अन्यथा आप लोन के कुचक्र में फंस सकते हैं।
किन चीजों के लिए मिलता है होम लोन?
होम लोन घर खरीदने के साथ जमीन, घर का रिनोवेशन, एक्सटेंशन और किसी सुधार के लिए भी बैंक की ओर से दिया जाता है।
होम लेने के फायदे
- होम लोन एक सिक्योर्ड लोन होता है और इस पर ब्याज पर्सनल लोन की तुलना में काफी कम होती है।
- होम पर इनकम टैक्स की धारा 80C और 24(b) के तहत छूट मिलती है।
- टैक्स ऑथोरिटीज की नजर में आपकी साख अच्छी बनती है।
कैसे कम ब्याज दर पर मिलता है होम लोन?
होम लोन दो प्रकार की ब्याज दरों पर दिए जाते हैं।
फिक्स्ड रेट होम लोन: इसमें होम लोन पर ली जाने वाली ब्याज दर पूरी अवधि तक फिक्स रहती है। ब्याज दर में बदलाव का इस पर कोई असर नहीं पड़ता है।
फ्लोटिंग रेट होम लोन: इसमें होम लोन लेने पर ब्याज दर में बदलाव आता रहता है। बैंक द्वारा निर्धारित ब्याज दर पर ही लोन का भुगतान करना होता है
आमतौर पर फिक्स्ड रेट होम लोन की ब्याज दर अधिक होती है, जबकि फ्लोटिंग रेट होम लोन की ब्याज दर बाजार के मुताबिक होती है। इस कारण फ्लोरिंट रेट होम लोन पर ठीक माना जाता है।
कम ब्याज दर पर होम लोन के लिए क्या करें?
- क्रेडिट स्कोर को 750 से ऊपर रखें।
- एक बार में एक ही लोन के लिए आवेदन करें।
- नया लोन लेने से पहले बकाया किसी लोन को पूरा चुका दें।
- अगर घर में दो कमाने वाले हैं तो फिर जॉइंट होम लोन के लिए आवेदन करें।
- प्रतिवर्ष अपना इनकम टैक्स भरें।
- लोन लेते समय अपनी आय से जुड़े सभी दस्तावेज प्रस्तुत करें।
होम लोन लेते समय इन बातों का रखें ध्यान
- जरूरत से अधिक लोन न लें।
- बैंकों की ब्याज दर की तुलना कर लोन लें।
- होम लोन की अवधि कम रखें।
- लोन के नियम और शर्तें जान लें।
होम लोन के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- सैलरी स्लिप
- आईटीआर
- बैंक स्टेटमेंट
- निवास प्रमाण पत्र
- प्रॉपर्टी के पेपर
- बिजनेस एड्रेस प्रूफ
- एंप्लॉयर आईडी कार्ड