शराब घोटाले मामले में ईडी के आरोपपत्र के पश्चात आज भाजपा द्वारा गांधी चौक पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और आबकारी मंत्री कावासी लखमा का पुतला दहन किया गया
अंबिकापुर/ रवि गुप्ता -भाजपा जिला अध्यक्ष ललन सिंह के मार्गदर्शन एवं नगर मंडल अंबिकापुर के नेतृत्व में भाजपा कार्यालय से गांधी चौक तक कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारा लगाते हुए रैली निकाली गई।
बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने गांधी चौक पहुंचकर पुतला दहन किया, पुतला दहन को रोकने पुलिस तैनात थी लेकिन भाजपाई पुतला फूंकने में कामयाब रहे।
छत्तीसगढ़वासियों ने सोचा भी नहीं था कि शराबबंदी का वादा करने वाली कांग्रेस शराब घोटाला करके 2 हजार करोड़ डकार लेगी, उपरोक्त कथन करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष ललन प्रताप सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने जनता से शराबबंदी का वादा करके वोट लिया था और अब ईडी ने कांग्रेस नेता और रायपुर के महापौर ऐजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर 2 हज़ार करोड़ से अधिक के शराब घोटाले का खुलासा किया है, आगे उन्होंने कहा कि किसी भी अंडरवर्ल्ड सरग़ना से अधिक ख़तरनाक तरीक़े से कांग्रेस सरकार न केवल इस घोटाले को, बल्कि कोल, आयरन पैलेट्स, रेत, ट्रांसपोर्ट घोटाले आदि को अंजाम दे रही थी। ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भारत सिंह सिसोदिया ने कहा कि प्रदेश से लूटे गये रकम से सीएम भूपेश बघेल गांधी परिवार का मोहरा बन कर समूचे देश में कांग्रेस के चुनाव का खर्च वहन करते हैं, उनका एटीएम बने हैं।
जिला महामंत्री अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि शराब घोटाले और अन्य कई प्रकार के भ्रष्टाचार से कांग्रेश द्वारा पैसे की उगाही की जा रही है और इन पैसों से लगातार अनेक तरह के षड्यंत्र आदि कर के देश का माहौल भी ख़राब किया जा रहा है।
महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष फुलेश्वरी सिंह ने कहा कि ईडी के अनुसार घोटाले के इस रकम में से अपना कमीशन रख कर अनवर ढेबर शेष राशि ‘पॉलिटिकल मास्टर’ को सुपुर्द कर दिया करता था। और उस राशि से ‘राजनीतिक गतिविधियां’ संचालित होती थी।
मंडल अध्यक्ष मधुसूदन शुक्ला ने कहा कि बड़ी संख्या में ऐसी कच्ची और देसी शराब प्रदेश भर के दुकानों में खपाये गये हैं, जिसको वैध तरीक़े से भी बेचा नहीं जा सकता है ऐसी शराब से शासकीय खजाने को तो अरबों का चूना लगा ही, जनता के स्वास्थ्य और उनकी जान को भी खतरे में डाला गया। इस मामले में एक आदिवासी नेता को इसलिए विभाग का मंत्री बना कर रखा गया है ताकि वे ख़ामोश रहें और ‘पोलिटिकल मास्टर’ भ्रष्टाचार को अंजाम देता रहे। इसकी जितनी निंदा की जाय, कम है।
इस अवसर पर प्रशांत त्रिपाठी, अंबिकेश केसरी, विनोद हर्ष, मंजूषा भगत अरुणा सिंह, विजय व्यापारी, अभिषेक शर्मा, विकास पांडे, संतोष दास, रूपेश दुबे, दीपक सिंह तोमर, अजय सिंह बबलू, जन्मेजय मिश्रा, उमाशंकर उपाध्याय, कुसुम सिंह सोनू तिग्गा, शकुंतला पांडे किरण सिंह ललिता तिर्की रश्मि जयसवाल गिरजा ठाकुर संगीता सिंह बबली नेताम, स्नेहलता, प्रेमा नंद तिग्गा, नीलेश सिंह, रिंकू सिंह, रिंकू वर्मा, सर्वेश तिवारी राजेश सिंह, विश्व विजय सिंह तोमर , मनोज कंसारी, अनिल जयसवाल, निशांत सिंह गोलु, निरंजन राय, मनीष बारी, संगीता कंसारी चुरामणि दास महेश्वरी दास नीलम रजवाड़े प्रियंका चौबे, अनिता, सरिता जयसवाल, राखी सोनी, इंदु नेताम, मोंटी यादव गोलू यादव पंकज गुप्ता रजनी सिंह विकास गुप्ता नेपाल इतवार राम सिंह गौतम जद्दार सहित अन्य पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।