खुशनुमा-माहौल में पूरे हर्षोल्लास के साथ मुस्लिम-जमात-कोटा ने ईद की त्यौहार मनाया।
बिलासपुर कोटा:-अलविदा जुमा की नमाज पूरे मुस्लिम-समुदाय द्वारा मस्जिदों में अदा करने के बाद शाम होते-होते प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ईद का चांद दिखाई दिया..उर्दू की 29-तारीख की शाम ईद का चांद दिखने के बाद पूरे एक माह तक चले रमजान-शरीफ की विदाई हुई ।
23-मार्च से शुरू हुए रमजान शरीफ के रोजे रखने वाले रोजदारों-व-इबादत-गुजारो के लिए ईद का त्यौहार अल्लाह (ईश्वर) के तरफ से रोजा रखने वाले रोजदारों-इबादत-गुजारो के लिए एक तोहफा है…पैगम्बरे-इस्लाम मोहम्मद साहब के मानने वाले मुस्लिम-समुदाय के लोगो का ऐसा मानना है।
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*ईद की नमाज के बाद ईदगाह में सेवई का इंतजाम कराया गया:–*
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कोटा-नगर पंचायत के मौजूदा-एल्डरमैन मोहम्मद जब्बार खान द्वारा ईद की नमाज के बाद ईदगाह में मुस्लिम-समाज के लोगों के लिए सेवई का इंतजाम करवाया गया था, मुस्लिम समुदाय में ईद की नमाज के बाद सेवँई-(सिरखोरमा) का खाना शुभ माना जाता है..ईद की नमाज के बाद मुस्लिम-समुदाय के लोगो ने अपने घर परिवार रिश्तेदारों के कब्रो में जाकर फातिहा-पढ़ी गई ईद की नमाज के बाद ईद की खुशियों में दिए जाने वाली है ईदी-गिफ्ट का इंतजार हर साल ईद के त्यौहार में छोटे बच्चों को रहता है..इस रमजान में मुस्लिम-समाज के छोटे बच्चे-बच्चियों के द्वारा भी रोजे रखें गए..ईद के दिन उन सभी बच्चे-बच्चियों को घर परिवार के बड़े-बुजुर्गों के द्वारा ईदी के रूप के रुपए-गिफ्ट-नए कपड़े दिए गए…इसके अलावा 27-शब शबेकद्र के रोज यंग कमेटी कोटा के तरफ से रमजान शरीफ में रोजा रखने वाले-मस्जिदे-ताहा कोटा में तराबीह की नमाज पढ़ने वाले बच्चे-बच्चियों की हौसला अफजाई के लिए उन्हें गिफ्ट भी दिया गया गिफ्ट पाकर सभी बच्चों के आंखों में अलग से खुशिया झलक रही थी।