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बैंक कर्मी -जमीन दलाल की मिलीभगत लोन 3लाख आहरण 39 लाख

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कमलेश लव्हात्रे ब्यूरो चीफ बिलासपुर

बैंक कर्मी – जमीन दलाल के मिलीभगत से लोन पास तीन लाख का आहरण 39 लाख

बिलासपुर

स्टेट बैंक से 3 लाख रुपए का लोन पास कराए। इसके बाद चेक से एक के बाद एक 39 लाख रुपए निकाल लिए। इस धोखाधड़ी में दो बैंक कर्मियों के भी शामिल होने का संदेह है। पुलिस ने एक को गिरफ्तार कर लिया है जबकि बैंक मैनेजर व कर्मी फरार हैं।
बैंक से व्यवसाय के नाम पर 03 लाख लोन पास कराकर बैंक के दो कर्मियों के साथ मिलीभगत करके कई चेक के माध्यम से छल पूर्व 3899596.42 रू आहरण कर लिया ।बैंक मैनेजर की रिपोर्ट पर पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपी को गिरफतार कर लिया है।। आदतन बदमाश बैंक को 3899596.42 रु का हानि पहुंचकर फरार होने के फिराक में था जिसे रतनपुर पुलिस द्वारा गिरफतार कर लिया गया है।
गिरफतार आरोपी अरविंद जायसवाल पिता हीराराम जायसवाल उम्र 43 साल साकिन वार्ड नंबर02 गांधीनगर रतनपुर थाना रतनपुर जिला बिलासपुर का रहने वाला है।
मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि गांधीनगर रतनपुर निवासी अरविंद जायसवाल ने भारतीय स्टेट बैंक के रतनपुर शाखा में लोन के लिए आवेदन किया गया था। बैंक के साथ अनुबंध पत्र में अरविंद जायसवाल का लोन लिमिट 03 लाख रूपये था उससे अधिक रकम आहरण करने का अधिकार नही रखता है। लेकिन अरविंद जायसवाल ने वर्ष 2021 तक बैंक से सामान्य लेनदेन करता रहा। लेकिन 15.03. 2022 से 13: 06.2022 तक लगतार 22 चेक के माध्यम से 3899596,42 रू. का आहरण कर लिया। रकम व्यवसाय में न लगाकर लंबे समय से व्यवसाय को बंद रखकर राशि का अनुबंध पत्र के विपरीत अन्य कार्य में दुरपयोग किया। यही नहीं 03 लाख रूपये का लिमिट होने के बाद भी जानबूझकर 3899596.42 रू रुपए छल पूर्वक निकाले। इस प्रकार अरविंद जायसवाल ने बैंक के तत्कालिन मैनेजर और एक अन्य के कर्मचारी के साथ मिलकर छल पूर्वक लिमिट से अधिक रकम आहरण किया। वर्तमान बैंक मैनेजर की शिकायत पर थाने में धारा 420 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। थाना प्रभारी रतनपुर द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुये अरविंद जायसवाल की पतासाजी शुरू कर दिया। अरविंद जायसवाल घर पर नहीं मिला।
थाना प्रभारी ने मुखबीर लगाकर अरविंद जायसवाल के फरार होने के पहले ही गिरफतार कर लिया है। जिसने पूछताछ पर तत्कालिन बैंक मैनेजर व अन्य अधिकारी/कर्मचारी के साथ मिलकर लिमिट से अधिक रकम आहरण स्वीकार किया है। अभियुक्त के विरूद्ध अपराध साक्ष्य के आधार पर गिरफतार कर न्यायिक रिमांड पर न्यायालय में पेस किया गया है। फरार बैंक अधिकारी कर्मचारियों की तलाश जारी हैं।

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