रायपुर। मोदी सरकार की जनविरोधी लोकतंत्र विरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस ने प्रदेशभर में भारत सत्याग्रह छेड़ा हुआ है। इसी कड़ी में रायपुर में कांग्रेस लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च निकाला। जिसमें प्रदेश की प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, राष्ट्रीय सचिव डॉ. चंदन यादव, सह प्रभारी विजय जांगीड़, प्रदेश शासन के मंत्रीगण, विधायकगण तथा प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारीगण बड़ी संख्या में कांग्रेस जन शामिल हुये। मशाल रैली में हजारों की संख्या में कांग्रेसजन हाथों में मशाल लिये गांधी मैदान से आजाद चौक गांधीजी की प्रतिमा के पास पहुंचे। कांग्रेसजन नारा लगा रहे थे, मोदी सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी, भ्रष्टाचारी केन्द्र सरकार हाय हाय, देश न डरेगा न झुकेगा, अडानी परस्त मोदी सरकार होश में आओ, मोदी अडानी भाई-भाई देश बेचकर खाई मलाई के नारे लग रहे थे।
इस अवसर पर एआईसीसी के महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि मशाल रैली लोकतंत्र की रक्षा के लिये है। मोदी सरकार की तानाशाही के विरोध में है। राहुल गांधी लगातार जनता की मुखर आवाज बने हुये है। देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि भ्रष्ट बेईमानों और देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालो के खिलाफ आवाज उठाना गुनाह हो गया है। यह लड़ाई देश को बचाने की लड़ाई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने कांग्रेस सड़क की लड़ाई लड़ रही है। देश का पूरा विपक्ष जब अडानी के घोटाले की जांच की मांग कर रहा है तो मोदी सरकार जांच से क्यों डर रही है? जांच से किस खुलासे का भय मोदी को सता रहा है? जो वह अडानी के घोटाले की जांच नहीं करवा रहे है? हमने दुनिया में कई तानाशाहों को तो देखा है। इनसे दो काम होते हैं, एक तो वे इस बात से बहुत डरते हैं कि लोग उन से डरना बंद न कर दें और दूसरी बात वह अपने विरोधियों को मुंह बंद कर देना चाहते है, यानी चुप करा देना चाहते हैं।अगर बात नहीं बनी तो वह रास्ते के हटाने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकते है। इतिहास की इन घटनाओं से हम सभी वाकिफ़ है, और आज देश में कुछ इसी प्रकार की घटनाएं हो रही हैं। लोकतंत्र को दबाने की कोशिश की जा रही है, सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग और अपने विरोधियों को दमन करने के लिए किसी भी स्तर पर जा रहे हैं, यह हमने देखा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त कर देने अडानी के घोटालों पर न पर्दा डाल पायेगा और न ही नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चोकसे, विजय माल्या जैसे भगोड़ो के संरक्षण के गुनाह से मोदी सरकार बच पायेगी। हम लोकतंत्र को बचाने भारत सत्याग्रह कर रहे, मशाल रैली निकाल रहे है।