रायपुर। राजधानी में दिनभर बादल रहने के बाद शाम को अचानक मौसम ने करवट बदला और तेजी से बारिश होने लगी। देर रात तक रूक-रूककर बारिश होती रही। रायपुर सहित पूरे प्रदेश में बदले मौसम से मार्च में मानसून जैसा एहसास होने लगा।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि एक द्रोणिका पूर्वी राजस्थान और उससे लगे पश्चिम मध्य प्रदेश से उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक उत्तर छत्तीसगढ़ होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक द्रोणिका दक्षिणी कर्नाटक से पश्चिम विदर्भ तक 0.9 ऊंचाई तक विस्तारित है।
करीब सात बजे से तेज हवाओं और गरज चमक के साथ जोरदार बारिश हुई
रविवार की शाम करीब सात बजे से तेज हवाओं और गरज चमक के साथ जोरदार बारिश हुई। बारिश इतनी तेज थी कि नेशनल हाईवे से गुजरने वाली वाहनों की रफ्तार भी धीमी हो गई। लोग दुकानों और भवनों के नीचे छिपकर बारिश बंद होने का इंतजार करते रहे। शाम सात बजे से शुरू हुई बारिश करीब आठ बजे बंद हुई।
भिंडी सहित अन्य सब्जियों और साग भांजी की फसल खराब होने की आशंका
अभी गेहूं, चना और मसूर की फसल तैयार हो चुकी है। किसानों ने इसकी कटाई भी शुरू कर दी है, लेकिन काफी किसानों ने फसल नहीं काटी है। बारिश से गेहूं, चना और मसूर की खड़ी फसल खराब होने की आशंका है। इसके साथ ही टमाटर, लौकी, बैंगन, पत्ता गोभी, फूलगोभी, कुंदरु, परवल, भिंडी सहित अन्य सब्जियों और साग भांजी की फसल खराब होने की आशंका है।