आफताब आलम
बलरामपुर/ बलरामपुर जिले के राजपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत जिगड़ी के दर्जनों ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय बलरामपुर पहुंच, कलेक्टर विजय दयाराम के0को लिखित आवेदन देते हुए,ग्राम पंचायत जिगड़ी के 14 वा 15 वा तथा मूलभूत योजना के शासकीय राशि में हो रहे घोटाला एव गड़बड़ी का जांच कर कार्यवाही किए जाने का मांग ग्रामीणों ने की है।
ग्रामीणों ने अपने लिखित आवेदन में उल्लेख करते हुए बलरामपुर कलेक्टर विजय दयाराम के० को बताया कि 07 अक्टूबर 2022 को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजपुर के समक्ष, ग्राम पंचायत जिगड़ी में किए जा रहे भ्रष्टाचार का बिंदुवार शिकायत किया गया था, जिसका अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजपुर के द्वारा जांच भी किया गया था, लेकिन आज दो महीना बाद भी किसी तरह की कोई कार्यवाही भ्रष्टाचारियों पर नहीं किया गया है।
ग्रामीणों ने कलेक्टर बलरामपुर को बताते हुए कहा कि 60 से ज्यादा घोटालो का वीडियो और लगभग 100 से ज्यादा फोटो भी जांच के लिए हम लोगों के द्वारा संलग्न कर दिया गया था, जिसका जांच में भी स्पष्ट हुआ कि,भारी पैमाने पर पंचायत में घोटाले हुए हैं।
घोटालों के अनुमानित रिकवरी लगभग 15 लाख निकाला गया,जिसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं किया गया।
वहीं ग्रामीणों ने लिखित ज्ञापन देते हुए कलेक्टर बलरामपुर को बताया कि वर्तमान स्थिति में ग्राम पंचायत में कराए जा रहे निर्माण कार्य निहायत ही घटिया स्तर का कराया जा रहा है, जिस भ्रष्टाचार में ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव के साथ विभागीय उपयंत्री, एसडीओ और जनपद पंचायत के सीईओ का भी मिलीभगत है,जिसके वजह से ग्राम पंचायत के सरपंच,सचिव खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
वही ग्रामीणों ने कहा कि मनरेगा योजना अंतर्गत फर्जी रूप से रोजगार सहायक द्वारा मजदूरों का हाजिरी भरा जा रहा है, जो व्यक्ति ग्राम पंचायत में नहीं है, उनका भी मजदूरी बनाकर उनके खाते में राशि जमा करते हुए भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
इस तरीके से ग्राम ग्राम पंचायत जिगड़ी में शासकीय राशि का बड़े पैमाने पर घोटाला किया जा रहा है, जिसकी जांच कर कारवाही किया जाना जनहित में आवश्यक है।
हमारे रिपोर्टर आफताब आलम से बात करते हुए ग्राम वासियों ने कहा कि जांच कर दोषी सरपंच, सचिव,रोजगार सहायक एवं पंच के ऊपर कार्यवाही नहीं की जाती है तो, हम किए जा रहे भ्रष्टाचार की गुहार लगाने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास भी जाएंगे।
अब देखने वाली बात यह है कि क्या, खबर प्रकाशन के बाद भी जिला कलेक्टर भ्रष्टाचार पर कोई संज्ञान लेते हुए, भ्रष्टाचारियों पर कोई कार्यवाही करते भी है या नही।