Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य अपनी कूटनीति की वजह से देश में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में काफी लोकप्रिय हैं. लोग जीवन में सफलता हासिल करने के लिए चाणक्य नीति में बताई गई नीतियों का पालन करते हैं. ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने चाणक्य नीति के बल पर एक बड़ा मुकाम हासिल किया है. आचार्य चाणक्य की ये नीतियां कई मुश्किल पलों में सही फैसला लेने में मददगार साबित होती हैं. आचार्य चाणक्य ने बच्चों को लेकर भी कुछ नीतियां बताई हैं जो कि उनके लिए बेहद ही महत्वपूर्ण हैं. चाणक्य नीति के अनुसार अगर आप अपने बच्चों का भविष्य उज्जवल और सफल बनाना चाहते हैं तो उन्हें 2 चीजों से बिल्कुल दूर रखें. आइए जानते हैं बच्चों को लेकर चाणक्य नीति में क्या कहा गया है?
बच्चों को इन चीजों से रखें दूर
आचार्य चाणक्य का कहना है कि बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं और इनको शुरुआत से ही जिस तरह संवारा जाता है यह वैसे ही बनते हैं. इसलिए मां बाप को ध्यान रखना चाहिए कि अपने बच्चों को हमेशा अच्छे संस्कार दें और उन्हें स्वावलंबी बनाएं. बच्चों को जागरुक बनाना और अपने कर्तव्य का पालन करना सिखाना चाहिए तभी वह एक योग्य संतान बनते हैं. इसलिए उन्हें दो चीजों से कोसों दूर रखना बेहद जरूरी है.
झूठ से रखें दूर
आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में बताया है कि बच्चों को हमेशा सच बोलना सिखाएं. इसके लिए जरूरी है कि माता-पिता भी हमेशा सच ही बोलें. क्योंकि अगर आप माता-पिता बच्चों के सामने झूठ बोलेंगे तो बच्चे भी सीखेंगे. जिसकी वजह से उन्हें भविष्य में काफी परेशानी हो सकती है. चाणक्य नीति के अनुसार एक झूठ को सच साबित करने के लिए 100 बार झूठ का सहारा लेना पड़ता है. इसलिए अपने बच्चों को शुरुआत से ही सच बोलने के लिए प्रेरित करें.
आलस से बनाएं दूरी
सफलता की राह में आलस सबसे बड़ी रुकावट है और इसकी वजह से कई महत्वपूर्ण कार्य असफल हो जाते हैं. इसलिए इस बात पर ध्यान दें कि आपके बच्चे में आलस न आए और इसके लिए उन्हें शुरुआत से ही परिश्रम करना सिखाएं. आलस मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है और सफलता में रुकावट है. यदि आप चाहते हैं कि आपके बच्चे का भविष्य उज्जवल हो तो उसे मेहनत करने के लिए प्रेरित करें. सभी वह जीवन में सफल हो पाएगा.