राजिम : Maghi Punni Fair : माघी पुन्नी मेला का सांस्कृतिक मंच छत्तीसगढ़ की संस्कृति से ओतप्रोत कार्यक्रमों से दमक उठा है। लोक कला मंच की प्रस्तुति जीवंतता प्रदान कर रही है तो जगराता और पंडवानी महाभारत की कथाओं की ओर ले जा रही है। रामायण की प्रस्तुति से राम नाम की गंगा बह रही है। जस गीत झांकी डांस ग्रुप इत्यादि कार्यक्रमों की बहार आ गई है।
कोपरा के विजय मार्कंडेय ने भजन संध्या की प्रस्तुति दी। उन्होंने जैसे ही मैली चादर ओढ़ के कैसे… भजन प्रस्तुत किया उसके बाद तो समां ही बंध गया। उन्होंने हे शंभू बाबा मेरे भोलेनाथ…, आओ महिमा गाए भोलेनाथ की… भजनों ने धूम मचा दी।
पिपरछेड़ी के ओम कुमार ने आदिवासी भुंजिया नृत्य प्रस्तुत किया। रावड़ के हेमंत कुमार साहू ने रामायण, छोटे उरला के हेमीन भाई महेश्वरी ने गिरोधपुरी के माटी चंदन,
हसदा नंबर 2 उत्तम साहू ने जस गीत जगराता झांकी, बीरेझर के कुमारी हेमा साहू ने तिरंगा डांस ग्रुप की शानदार प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम को देखने के लिए सुबह 11:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक दर्शक बैठे रहे। कार्यक्रम का संचालन मनोज सेन एवं किशोर निर्मलकर ने किया।