संसदीय सचिव और अतिथियों ने किया प्रदर्शनी का अवलोकन
संजय महिलांग / नवागढ़। कृषि विभाग बेमेतरा द्वारा दिनांक 24/जनवरी 2023 को राज्य पोषित जैविक खेती मिशन योजनांतर्गत जैविक खेती किसान मेला का आयोजन ग्राम मुरता विकास खंड नवागढ़ में किया गया था।
कृषि विभाग द्वारा आयोजित इस जैविक खेती सह पशु मेला प्रदर्शनी में नगर पंचायत नवागढ़ के युवा किसान किशोर राजपूत ने भी देशी बीजों का स्टॉल लगाया था उन्होंने वहा अपने पास संरक्षित किए गए देशी बीजों के धान की किस्मों, गेहूं ,अरहर के सरसों , मटर, मसूर,मिर्च,सेमी,बरबटी,टमाटर, लौकी, केवाच,भिंडी,पपीता,रखिया,कुंभडा, करेला,चिचिंडा,चेच,खेड़ा,अंबाड़ी,अश्वगंधा,सतावर,कैमोमाइल,सर्पगंधा, तुलसी, जंगली लौंग, एक पोथी लहसुन, सफेद मक्का, लाल मक्का, काला मक्का, टमाटर, कोदो, कुटकी, सावा, कंगनी,रागी राजगीर, खोसरा, हरि कंगनी सहित अनेक बीजों की प्रदर्शनी लगाया था।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय गुरुदयाल सिंह बंजारे संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन, अध्यक्षता श्रीमती अंजली मार्कण्डेय अध्यक्ष जनपद पंचायत नवागढ़, विशिष्ठ अतिथि रितेश शर्मा उपाध्यक्ष जनपद पंचायत नवागढ़, श्रीमती सहोदरा साहू सभापति जनपद पंचायत नवागढ़, देवेंद्र साहू विधायक प्रतिनिधि नवागढ़, लाखन सिंह कुर्रे सभापति जनपद पंचायत नवागढ़, हेमंत साहू सरपंच ग्राम पंचायत मुरता, श्रीमती मोहिनी लोकेश साहू उप सरपंच ग्राम पंचायत मुरता थे।
अवसर पर श्री गुरु दयाल सिंह बंजारे जी संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन एवम विधायक नवागढ़ ने मेला स्थल पर लगाए विभिन्न गए स्टॉलो का अवलोकन किया और कृषि के नये तकनीकों की जानकारी ली। इसके अलावा संसदीय सचिव ने नवागढ़ विकास खंड के महिला स्वयं सहायता समूहों के विभिन्न उत्पादों तथा उद्यानिकी विभाग, मत्स्य विभाग, पशु पालन विभाग के नवीनतम तकनीक पर आधारित कृषि और पशु प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
इस प्रदर्शनी में कृषि महाविद्यालय बेमेतरा और कृषि विज्ञान केन्द्र के विभिन्न विभागों के मार्ग दर्शन में फल, फूल, औषधीय वर्गीय पौधे, मशरूम के बीज का स्टाल भी लगा था। साथ ही वैज्ञानिकों ने जैविक खेती के विभिन्न विधियों केचुआ खाद, जैविक उर्वरक , नाडेप टाका खाद बनाने, हरी खाद, निर्माण का प्रशिक्षण और जैविक कीट एवम रोग नियंत्रण के बारे में जानकारी दिया गया।
संसदीय सचिव ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के कृषि विभाग द्वारा निरंतर नये-नये क्षेत्रों में अनुसंधान किये जा रहे हैं, जो कि सराहनीय है। इन अनुसंधानों का अधिकतम लाभ किसानों तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत क्षेत्र स्तरीय कृषि जागरूकता शिविर आयोजित कर उन्नत बीज, खाद और छत्तीसगढ़ शासन के कृषि विभाग की योजना की जानकारी दे जिससे लाभान्वित होकर किसान आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन सके।
इस अवसर पर कृषि विभाग अधिकारी, कर्मचारी, वैज्ञानिक, प्रोफ़ेसर, छात्र छात्राओं,महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं,विकास खंड के कोने कोने से आए कृषक बंधु, निजी दवाई विक्रेता संघ के पदाधिकारी उपस्थित थे।