प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज से दो दिन तक चलने वाले डीजीपी सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। देश की राजधानी दिल्ली के पूसा में कल भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में DGP सम्मेलन शुरू हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल इस वार्षिक बैठक को संबोधित करेंगे। इसमें जम्मू-कश्मीर में ताजा स्थिति, सीमा प्रबंधन और समुद्री सुरक्षा पर चर्चा होने की संभावना है। इस सम्मेलन में साइबर क्राइम, ड्रग्स के खिलाफ जंग, आतंकवाद से निपटने की चुनौतियों समेत कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा भी कई अन्य मुद्दों पर बातचीत होगी।
350 शीर्ष अधिकारी होंगे शामिल
पीएमओ ने बताया कि इसे डिजिटल माध्यम से किया जा रहा है और इसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी, केंद्रीय पुलिस संगठनों सहित कई प्रतिनिधि सम्मेलन में डिजिटल माध्यम से शामिल होंगे। एक अधिकारी ने बताया कि महानिदेशक (DGP) और महानिरीक्षक (IGP) स्तर के देश के करीब 350 शीर्ष अधिकारी इस बैठक में हिस्सा लेंगे। बैठक में खालिस्तानी चरमपंथियों से खतरा, अर्थव्यवस्था के सामने मौजूद चुनौतियों, क्रिप्टो करेंसी, माओवादी हिंसा और पूर्वोत्तर में उग्रवाद के मुद्दे पर चर्चा किए जाने की संभावना है।
आंतरिक सुरक्षा, आतंकवाद जैसी चुनौतियों पर होगी चर्चा
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार, इस सम्मेलन में देश में हो रहे साइबर क्राइम, आतंकवाद से निपटने की चुनौतियों, जेल के लिए सुधार सहित कई अन्य बड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा सम्मलेन खुफिया अधिकारियों और पुलिस के साथ विचार विमर्श के लिए किया जा रहा है। पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री सम्मेलन में पुलिसिंग और सुरक्षा से जुड़े भविष्य के विषयों पर चर्चा शुरू की है।