रायपुर वॉच

चिटफंड में डूबे पैसे वापस मिलने की जगी उम्मीद, अब तक 26 हजार से अधिक निवेशकों को मिल चुका है पैसा

Share this

राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ में हजारों लोगों का पैसा सहारा इंडिया में डूब गया था। जिसे छत्तीसगढ़ शासन में वापस देने का निर्णय लिया। बता दें कि चिटफंड कंपनी के निवेशकों को लगातार राशि वापसी की जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिटफंड कंपनी के झांसे में आकर अपनी राशि खो देेने वाले सभी निवेशकों को राहत पहुंचाई है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन द्वारा लगातार कार्य करते हुए निवेशकों को राशि वापस प्रदान किया जा रहा है। (Sahara India latest news today)कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में सहारा इंडिया कंपनी अंतर्गत सहारियान इ-मल्टीपरपस सोसायटी लिमिटेड, सहारा क्यूशॉप यूनिक प्रोटक्ट रेंज लिमिटेड तथा सहारा के्रडिट कोआपरेटिस सोसायटी के निवेशकों से प्राप्त आवेदनों का सत्यापन सहारा इंडिया कंपनी द्वारा कराया गया। पूर्व में कंपनी के कुल 2 हजार 876 निवेशकों को 3 करोड़ 36 लाख रूपए भुगतान तहसीलों के माध्यम से कराया जा चुका है।

वर्तमान में लगभग 1 हजार 146 और निवेशकों के आवेदन का सत्यापन कार्य पूर्ण हो चुका है, जिन्हें उनके निवेश राशि का 25 प्रतिशत लगभग 1 करोड़ 32 लाख रूपए भुगतान हेतु संबंधित तहसील को चेक जारी किया गया। उक्त निवेशकों में राजनांदगांव तहसील के 1073 निवेशक, डोंगरगढ़ तहसील के 54 निवेशक एवं छुईखदान तहसील के 19 निवेशक शामिल हैं, जिन्हें भुगतान हेतु चेक संबंधित तहसीलदारों को जारी कर निवेशकों की राशि का अंतरण सीधे उनके बैंक खाते में कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया है।

सहारा इंडिया कंपनी द्वारा कलेक्टर राजनांदगांव के खाते में कुल 8 करोड़ रुपए राशि उपलब्ध कराई गई है। नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय ने बताया कि उक्त कंपनियों के 1556 निवेशकों के आवेदन एवं जमा राशि का सत्यापन राजस्व विभाग एवं सहारा इंडिया कंपनी से कराया जा रहा है। सत्यापन उपरान्त शीघ्र ही शेष निवेशकों को भुगतान किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न चिटफंड कंपनियों जैसे याल्स्को रियल स्टेट लिमिटेड, शुभ सांई देवकान लिमिटेड, एव्हीएम रियल स्टेट एण्ड एलाईड लिमिटेड, अनमोल इंडिया लिमिटेड, सहारा इंडिया आदि के लगभग 26 हजार 249 निवेशकों को कुल 18 करोड़ 14 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है।

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *