रायपुर वॉच

ग्रामोद्योग विभाग से ग्रामीण अंचल की महिलाओं और श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए दिया जा रहा प्रशिक्षण

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ग्रामीण अंचल में रोजगार से सीधे जोड़ने का प्रयास कर रही है ग्रामोद्योग विभाग

तापस सन्याल

रायपुर । ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वन आधारित ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के संकल्प की प्रतिमूर्ति हेतु कोसा रेशम योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
ग्रामोद्योग संचनालय रेशम प्रभाग द्वारा संचालित योजनाओं का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अंचलों के स्थानीय ग्रामीण एवं विशेष तौर पर महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है रेशम प्रभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं से 220939 हितग्राहियों एवं श्रमिक लाभान्वित हो रहे हैं। वही कोरोना काल में 5 लाख से अधिक श्रमिक परिवारों को सीधे रोजगार से जोड़ा गया। ग्रामोद्योग विभाग लगातार ग्रामीण अंचलों में महिलाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है।

– वेट रीलिंग सह प्रदर्शन केंद्र कोरबा में दो तसर वन बुनाई कलस्टर उमरेली एवं छुरी में है जहां लगभग 258 बुनकर परिवार तसर वस्त्र बुनाई एवं रंगाई कार्य में संलग्न है । बस्तर जिले में नवीन ककून बैंक नानगुर में स्थापित करने की घोषणा की गई है।
– माटी कला बोर्ड के माध्यम से नवंबर 2022 तक 1918 नग निशुल्क विद्युत चौक का वितरण किया गया जिसके माध्यम से 5754 हितग्राहियों को स्वरोजगार से जोड़ा गया।
– माटी कला बोर्ड द्वारा वर्तमान समय में 3 ग्लेजिंग यूनिट संचालित है जिससे लगभग 700 माटीशिल्पी परिवार प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित हो रहे हैं। दंतेवाड़ा जिले के कुम्हाररास गांव में माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी द्वारा ग्लेजिंग यूनिट का शुभारंभ किया गया। नए ग्लेजिंग यूनिट में स्थानीय एवं आसपास के लगभग 300 माटी शिल्पी परिवार लाभान्वित हो रहे हैं। नवंबर 2022 तक 9459 माटीशिल्पियों और कुंभकारों का पंजीयन किया गया।
– आवासीय प्रशिक्षण योजना के तहत 377 माटीशिल्पीओं को प्रशिक्षित किया गया एवं ग्रीष्मकालीन में प्रशिक्षण के दौरान 73 स्कूली एवं कॉलेज के विद्यार्थियों को टेराकोटा का प्रशिक्षण दिया गया।
– माटीशिल्पीओ का प्रशिक्षण योजना के तहत 700 से अधिक माटीशिल्पीओं को प्रशिक्षित किया गया।

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