सुधीर तिवारी
बिलासपुर। न्यायधानी में एक बार फिर पत्रकार पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की गई| इस घटना ने एक बार फिर पाठक हत्याकांड याद दिला दी जिसके आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं और और उन्हें पकड़ना संभव भी नजर नहीं आ रहा…| बीती रात सरकंडा में रहने वाले नीरज शुक्ला जो कि पत्रकार है और मीडिया में काम करते हैं देर रात सरकंडा स्थित अपने घर लौट रहे थे तभी पुराने पुल के पास दो अज्ञात युवकों ने उनका पीछा करना शुरू किया, स्थिति को भांपते हुए पीड़ित मीडिया कर्मी ने अपनी गाड़ी की रफ्तार बढ़ा ली और कुछ दूरी पर जाकर पीछे पलट के देखा तो दो युवकों के अलावा एक और बाइक में दो युवक सवार थे जो कि उनका लगातार पीछा कर रहे थे| नीरज शुक्ला ने अपने घर के पास गाड़ी जैसे ही रोकी पीछे से आ रहे युवकों ने भी गाड़ी रोकी और नीरज शुक्ला के ऊपर झपटने लगे उनमें से एक युवक ने चाकू निकाल के जैसे ही नीरज शुक्ला के ऊपर वार करने के लिए आगे बढ़ा, नीरज ने सूझबूझ से काम लेते हुए अपने घर के तरफ दौड़ लगा दी। जिससे कि अपराधि अपने मंसूबे पर सफल ना हो सके परंतु जाते जाते इसका गुस्सा उन्होंने नीरज की गाड़ी पर उतार दिया और उसे क्षतिग्रस्त किया। सामने के ही एक घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में यह पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई। और उसमें यह घटनाक्रम साफ देखा जा सकता है कि युवक जानलेवा हमला करने के उद्देश्य से ही मीडियाकर्मी का पीछा करते हुए आए थे। पीड़ित ने कुछ लोगों पर अपना संदेह बताया है और इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई है। दरअसल पत्रकार द्वारा पिछले कुछ समय में कुछ अपराधियों के बारे में कई समाचार प्रसारित किए गए थे, जिसके बाद से ही उन्हें की धमकियां मिल रही थी। शहर के एक बहुचर्चित कबाड़ी और मस्तूरी में चल रहा जुआ औरACCU के आरक्षक के खिलाफ कुछ खबरें प्रकाशित की थी। अपराधियों के खिलाफ खबर लिखने के बाद मिली धमकियां की बात नीरज शुक्ला ने सोशल मीडिया में भी पोस्ट की थी। इस घटना की बिलासपुर के पत्रकारों ने कड़ी निंदा की है और अपराधियों के जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है ताकि भविष्य में पत्रकार निर्भय और निष्पक्ष होकर समाज में हो रहे अपराध और भ्रष्टाचार के विषय में आम जनता और सरकार को कराते रहें। अब देखना यह है कि पुलिस इन अपराधियों पर कितनी जल्दी कार्यवाही करती है ताकि फिर कोई अपराधी किसी भी पत्रकार को हानी ना पहुंचा पाय और उन्हें पुलिस का खौफ हो सके।