रायपुर : नागरिक आपूर्ति निगम प्रकरण में गिरे आईएएस अनिल टुटेजा ने गुरुवार को पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह को पत्र लिखा है और उनके आरोपों का मैं दस्तावेज जवाब दिया है उन्होंने कहा कि आप की सरकार ने मेरे कार्यकाल में अमानत चावल संग्रहण और 5 करोड़ के नुकसान के एसीबी के मुख्य आरोपों को खारिज किया था और मुझे क्लीन चिट दी थी विडंबना है कि जिन आरोपों को आपकी सरकार द्वारा निर्धारित था काल्पनिक बताया गया था उन्हीं आरोपों के आधार पर ट्रायल का सामना करने को विवश हूं 20 जने पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह को लिखे अपने पत्र में कहा कि मीडिया में आप निरंतर मुझ पर नान घोटाले के प्रमुख आरोपी होने वर्तमान सरकार द्वारा मुझे बचाने संरक्षण देने का श्रम महत्वपूर्ण पद पर पदस्थ करने के आरोप लगाते रहते हैं
यह न्यायोचित होगा कि मेरे विरुद्ध निरंतर लगाए जा रहे हैं निराधार आरोपों पर अपना पक्ष भी सबके सामने रखो उन्होंने पत्र में आरोपों का विस्तार से ब्यौरा दिया हाउ और कहा कि कथित नाम घोटाले की जांच के बाद रायपुर के विशेष न्यायालय के समक्ष 16 आरोपियों के विरुद्ध 6 जून 2015 को जेसीबी द्वारा प्रस्तुत चालान में अन्य 16 मेरे विरुद्ध लगाए गए तीन आरोप निम्न है इनमें मेरे नान में मात्र 8 माह के जून 2014 से फरवरी 2015 कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार का नवीन तंत्र विकसित हुआ जिसके तहत राज्य में लाखों क्विंटल अमानक चावल का संग्रहण एवं वितरण किया गया चावल और नमक के अनावश्यक अत जिला परिवहन में नान को 5.18 करोड़ों की क्षति हुई लाखों क्विंटल अमानत चावल के बदले राइस मिलर उसे पत्र अवैध राशि में मुझे भी हिस्सा प्राप्त होता था
उन्होंने आगे कहा कि इस मरण रहे कि एसीबी द्वारा बड़ी मात्रा में अमानक चावल के संग्रहण एवं नानू को 5 करोड़ की क्षति होने के संबंध में नान प्रबंधन और सपा शासन के खाद्य विभाग से पूछने की आवश्यकता नहीं समझी तथा चावल के मापदंडों की कोई जानकारी ना होने के बाद भी अमानत चावल के संग्रहण के काल्पनिक आरोप लगाए गए 20 जने कहा कि आप की सरकार ने अमानत चावल संग्रहण एवं 5 करोड़ की शादी के बारे में जो उच्च न्यायालय तथा विधानसभा में जो जानकारी दी थी वह इस प्रकार है विधानसभा दिसंबर 2015 के शीतकालीन सत्र में शासन द्वारा प्रश्न क्रमांक 511 के बिस्तर में जानकारी दी गई कि कैलेंडर वर्ष 2014 में अक्टूबर तथा राज्य में कहीं भी अमानत चावल संग्रहित नहीं किया गया विधानसभा के 2016 के सत्र में प्रश्न क्रमांक 871 दिनांक 18 मार्च 2016 को शासन द्वारा यह जानकारी दी गई की वित्तीय वर्ष 2013 एवं 2014 में नमक के अनावश्यक परिवहन में कोई क्षति नहीं हुई
उन्होंने विधानसभा में ही 18 मार्च 2016 को प्रथम क्रमांक 2299 के उत्तर में शासन द्वारा यह जानकारी दी गई कि वित्त वर्ष 2013-14 एवं 2014-15 में राज्य में कहीं भी अमानत चावल संग्रहण एवं वितरण की कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है 20 जने यह भी बताएं कि पीडीएस अंतर्गत वितरित किए जाने वाले चावल की गुणवत्ता की जांच कलेक्टरों द्वारा स्वतंत्र रूप से खाद्य निरीक्षकों के माध्यम से कराई जाती है तथा उक्त प्रश्नों का उत्तर राज्य के समस्त कलेक्टरों से प्राप्त जानकारी के आधार पर दिया गया था 9 द्वारा 6 जून 2014 को सूची के अधिकार अंतर्गत दी गई जानकारी में बताया गया कि वित्त वर्ष 2014 15 में खाद्य के संग्रहण परिवहन एवं वितरण में कोई क्षति नहीं हुई है