संजय महिलांग
नवागढ़ के बहुप्रतिष्ठित विद्यालय सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नवागढ़ में छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु शिक्षा के पांच आयामों में नैतिक व सांस्कृतिक क्षेत्र में समाज के साथ सहयोगात्मक रूप से आंवला नवमी पूजन का आयोजन किया गया पौराणिक कथा व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा होती है तो होता है इस दिन सुहागिन महिलाएं आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर पूजन अर्चन के पश्चात भोजन प्रसाद ग्रहण करती है मान्यताओं के अनुसार आंवला नवमी के दिन आंवले पेड़ की पूजा करने से सुहागिन महिलाओं को संतान की प्राप्ति व घर की खुशहाली आदि की मनोकामनाएं पूर्ण होती है
आंवला के वृक्ष की करते हैं परिक्रमा- आंवला नवमी के पावन पर्व पर नगर में जगह-जगह पूजा अर्चना की गई आंवले पेड़ के नीचे सुहागिन महिलाएं इकट्ठा होकर विधिवत पूजन अर्चन किये आंवले पेड़ के नीचे परिवार की सलामती के लिए रक्षा सूत्र भी बांधा गया इस दिन भगवान विष्णु ने कुष्मांडक नामक दैत्य को मारा था व इसी दिन ही भगवान कृष्ण ने कंस वध से पहले तीन दिनों तक वट की परिक्रमा की थी आज भी लोग अक्षय नवमी पर आंवला की वृक्ष की परिक्रमा करते हैं
संतान प्राप्ति के लिए इस दिन नवमी पर पूजन अर्चन का विशेष महत्व है इस व्रत में भगवान श्री हरि का स्मरण करते हुए रात्रि जागरण करते हैं धार्मिक मान्यता है कि इस दिन आंवला के वृक्ष की पूजा करने से महिलाओं की सभी इच्छाएं पूर्ति होती है एवं व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती है आंवला नवमी के पर्व को देखते हुए सुहागिन महिलाओं ने खासा उत्साह देखा गया महिलाओं के द्वारा सुबह 11बजे से ही विद्यालय पहुंचकर जन सहयोग से प्रसाद बनाना वह पूजन की तैयारी की गई एवं वृक्ष के चारों ओर मनोकामना पूर्ति के लिए धागा बांधा गया तथा आंवले की जड़ में दूध भी चढ़ाया गया इसके पश्चात दक्षिणा भेंट कर पुण्य अर्जित किया बच्चों में भी दिखा खासा उत्साह हलवा पूरी का प्रसाद बाटा गया विद्यालय के प्राचार्य श्रीकांत शर्मा द्वारा वरिष्ठ आचार्य रमेश कुमार चौहान को सपत्नीक पूजा कराई गई इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य संतोष देवांगन वरिष्ठ आचार्य नारायण निर्मलकर, युगल श्रीवास्तव ,संजू श्रीवास्तव, दिलीप जायसवाल, रूद्र प्रताप वर्मा, दिनेश यादव ,सुरेंद्र दीवान, भूपेश दुबे ,उत्तम कुमार साहू ,पप्पू पाल ,रविंद्र शर्मा ,धनुष सिंह क्षत्री ,राजेंद्र धृतलहरे विद्यालय की दीदियां संगीता तंबोली, मीनू सिंह परिहार, सीमा तंबोली ,सुश्री अर्चना मृचण्डे सहित विद्यालय के समस्त छात्र/छात्राओं की उपस्थिति रही