रायपुर। राजधानी रायपुर में वकील के अपहरण का मामला सामने आया है। जहां अपहरणकर्ताओं ने देवेंद्र नगर से वकील का अपहरण किया। वकील को चैंबर से उठाकर अमलेश्वर होते हुए राजनांदगांव लेजाकर कमरे में आरोपियों ने बंद कर दिया और मारपीट करते रहे। इसके साथ ही वकील के बैंक खाते से पैसे निकाले। जहां किसी तरह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भागकर वकील पुलिस के पास पहुंचा। उसने पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी। प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और उसके निशानदेही पर 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह मामला गंज थाना क्षेत्र का है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुआर, प्रार्थी वकील देव नारायण सिन्हा ने थाना गंज में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह दिनांक 14.10.2022 को अपने ऑफिस सांई नगर देवेन्द्र नगर रायपुर में दोपहर लगभग 02.00 बजे बैठा हुआ था। उसी दौरान प्रार्थी के परिचित सूरज विश्वकर्मा, कमल विभोर, मनीष मिश्रा, शांतनु मिश्रा, तुलेन्द्र एवं विजय तायल द्वारा गाली गलौच करते हुए प्रार्थी के ऑफिस में आकर प्रार्थी का मोबाइल व कार सी जी 04 एन टी 8574 की चाबी प्रार्थी से लेकर उसके साथ जबरदस्ती धक्का मुक्की करते हुए प्रार्थी को अपनी कार क्रमांक सी जी 04 एम वाय 9626 में जबरन बैठाकर अमलेश्वर के आगे जामगांव के मैदान में ले जाकर लात घूंसो से मारपीट करने लगे तथा प्रार्थी को कार के अंदर लॉक कर दिये। उसके बाद राजनादगांव के के.जी.एन ढाबा में खाना खिलाये तथा आमगांव में शांतनु मिश्रा के घर में ले जाकर बंदी बनाकर रखें। इस दौरान कार में शांतनु ने प्रार्थी के फोन-पे अकाउंट से अपने खाते में लगभग 85000 रूपये अलग-अलग समय पर ट्रांसफर कर लिया और रास्ते में बेल्ट से मारपीट करते रहें, तुलेन्द्र के द्वारा प्रार्थी को घर में रात्रि 02.00 बजे के आसपास घर में ताला बंद करके व पूरा दिन अपने साथ रखे रहे दूसरे दिन शाम को आमगांव से अपने कार सेलेरियों में बैठाकर बेल्ट व स्टील के राड से मारते रहे तथा सुबह 05.00 बजे के करीब कमल विहार रायपुर ले जाकर पुनः मारपीट करने लगे। दिनांक 16.10.2022 के सुबह लगभग 10 बजे के आसपास उक्त व्यक्तियों द्वारा पुनः प्रार्थी को आमगांव ले जाने की बात कहकर पचपेड़ी नाका के रास्ते से ले जाने लगे तभी यातायात थाना देखकर प्रार्थी चलती हुई कार से कूदकर भाग गया। जिस पर आरोपियों के विरूद्ध थाना गंज में अपराध क्रमांक 321/22 धारा 365, 294, 323, 342, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।