रायपुर। राजधानी के तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र के ग्राम जलसो स्थित नीलगिरी नर्सरी में एक अज्ञात युवक की लाश मिली थी। जिसकी गुत्थी पुलिस ने मात्र 12 घंटे में ही सुलझा ली। मामले में पुलिस ने मृतक के साथियों को ही गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है। बताया जाता है कि आरोपियों ने चोरी की वारदात को छिपाने के लिए हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 बाइक, मोबाइल, कपड़े जूते व घटना में उपयोग किए गए पत्थर जब्त किया है।
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को ग्राम जलसो स्थित बजरंग प्लांट के नीलगिरी नर्सरी पास एक अज्ञात पुरूष उम्र करीबन 30-35 का शव पड़ा मिला था। जिसमें पुलिस ने घटना स्थल तथा शव का अवलोकन का निरीक्षण किया, तो पाया कि लगभग 25-30 वर्ष के एक अज्ञात पुरूष का अधजला शव नर्सरी के झाड़ियों के बीच चित्त अवस्था में पड़ा है। दोनों हाथ तथा दोनों पांव फैला हुआ है। शव का लगभग 04-05 दिन पुराना प्रतीत हुआ।
वहीं मृतक के दाहिने हाथ में हिन्दी अक्षरों में गोदना से त्रिदेव लिखा हुआ है। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल के आसपास के क्षेत्रांें में लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों को खंगाला गया। मृतक के शिनाख्तगी हेतु थाना तिल्दा नेवरा तथा सरहदी थाना क्षेत्र धरसींवा में सघन पतासाजी किया गया। जिससे मृतक की शिनाख्ती ग्राम तिवरैया का आर्या साहू उर्फ त्रिदेव 25 वर्ष के रूप में की गई। जो पिछले कुछ दिनों से घर वापस नहीं आया है।
जिससे पुलिस ने मामले को जांच करते हुए सूचना प्राप्त हुआ कि संस्कार सलूजा 20 वर्ष निवासी ग्राम तिवरैयो 10 अक्टूबर को मृतक के साथ अंतिम बार देखा गया था। जिससे पुलिस ने संस्कार सलूजा को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ किया गया। जिससे उसने बताया कि कुछ दिनों पूर्व उसके गांव तिवरैया के एक छोटे से मोबाईल शॉप में वह मृतक व अन्य साथियों के साथ एक चोरी की घटना को अंजाम दिये थे।
जिसे वे पुलिस से बचने के लिए हमेशा के लिये गोपनीय रखना चाहते थे। परंतु मृतक आर्य साहू उर्फ त्रिदेव द्वारा उसे उक्त वारदात को कुछ जगह बताकर आरोपी व अन्य साथियों के नाम का खुलासा कर दिया था, जो जेल जाने के भय से संस्कार सलूजा अपने साथी ईमरान आलम 21 वर्ष, रितेश प्रजापति 20 वर्ष एवं एक अन्य नाबालिग के साथ मिलकर मृतक की हत्या करने के संबंध में योजना बनाई। योजनानुसार 10 अक्टूबर को संस्कार सलूजा मृतक त्रिदेव तथा अपने उक्त साथियों के साथ सर्वप्रथम बैकुंठ शराब दुकान जाकर
वहां से शराब खरीदे व पीने के लिए घटना स्थल जलसो स्थित नीलगिरी नर्सरी के अंदर एकांत स्थान पर पहुंचकर दोपहर के लगभग 2 बजे से 4 बजे के मध्य सभी वहां बैठकर एक साथ शराब पीये। मृतक त्रिदेव को शराब का अधिक नशा होने के बाद योजना मुताबिक पीछे से संस्कार सलूजा द्वारा एक पत्थर से मृतक त्रिदेव के सिर पर वार किया गया तथा उसके अन्य दो साथियों ईमरान एवं रितेश के द्वारा गमछे से मृतक के गले को घोंटा गया साथ ही उनके अन्य साथी वारदात में उपस्थित रहकर डरकर वहां से भाग गया।
मृतक के मृत्यु से आश्वस्त होने के बाद वहां से घर चले गये। घटना के दूसरे दिन शव कि शिनाख्तगी न होने पाने के लिए उक्त चारों 2 मोटर सायकल से पेट्रोल लेकर घटना स्थल पुनः पहुंचकर शव तथा चोरी के मोबाईल फोन व ईयरफोन के खोखे पर पेट्रोल डालकर जलाने का प्रयास किये तथा अधजला अवस्था में छोड़कर वहां से फरार हो गये। आरोपी संस्कार सलूजा के द्वारा अन्य आरोपियों का नाम खुलासा किये जाने पर टीम के द्वारा तकनीकी विंग से सहायता प्राप्त कर घटना में शामिल अन्य तीनों आरोपियों ईमरान आलम, रितेश प्रजापति एवं विधि के साथ संघर्षरत एक बालक को रातभर कठिन मेहनत कर अंधेकत्ल के संबंध में सूचना प्राप्ति के 12 घंटे के भीतर त्वरित कार्यवाही कर आरोपियों की गिरफ्तारी की गई।