* पारंपरिक खेलों को बचाने का प्रयास :- राजू साहू
सुकमा ब्यूरो (बालकृष्ण मिश्रा ) | छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों का हुआ शुभारंभ | प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलो को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक कार्यक्रम का आयोजन कराया जा रहा है। इससे विलुप्त हो रहे पारंपरिक खेलो को बढ़ावा मिलेगा। राजीव युवा मितान क्लब के माध्यम से आयोजन कराया जा रहा है जिसमे गांव से लेकर शहर के युवा बढ़चढ़ कर भाग ले रहे है | गुरुवार शाम 5 बजे जिला मुख्यालय स्थित मिनी स्टेडियम में छत्तीगढिया ओलंपिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू ने कार्यक्रम की शुरुआत की | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलों को भी तवज्जो देने और लोगों में खेल के प्रति जागरूकता लाने के लिए शुरू किए गए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के आयोजन से ग्रामीण अंचलों का खेल अब गांवों से निकलकर शहरों तक पहुंचेगा। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की शुरूआत राजीव युवा मितान क्लब स्तर से शुरू होगी |
इसके बाद जोन स्तर, फिर विकासखंड, नगरीय क्लस्टर स्तर, जिला, संभाग और अंतिम में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। इस प्रतियोगिता में युवा से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हो सकते हैं। यह प्रतियोगिता 6 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 6 जनवरी 2023 तक होगी। पुरूषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग स्पर्धा के साथ ही टीम एवं एकल स्तर पर प्रतियोगिताएं होगी। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में पारम्परिक खेल प्रतियोगिताएं दो श्रेणी में होंगी। इसमें दलीय श्रेणी गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ एवं लम्बी कूद शामिल है |
वही नगरपालिका उपाध्यक्ष आयशा हुसैन, एल्डरमैन मो. हुसैन,इस दौरान रमेश राठी, रोहित पांडे, तरुण जायसवाल, बच्चा कोरी,सैमुएल टुडू, नितेश साहू खेल अधिकारी विरुपाक्ष पुराणिक, नगरपालिका सीएमओ आशीष कोर्रामशेक सादिक मौजूद रहे |