नई दिल्ली । ट्रेन का सफर लगभग सभी लोगों ने किया ही होगा। दुनिया में शायद ही ऐसा कोई शख्स होगा जिसने ट्रेन में सफर न किया हो। अगर कही पर लंबा सफर करना हो तो सबसे अच्छा साधन ट्रेन ही है ,जिसमें आप तत्काल टिकट करके भी जा सकते हैं। ट्रेन के सफर के दौरान आपको कई तरह की चीजें देखने को मिलेगी जो आपके मन को खुश करेगी। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन पर कई तरह की चीजे देखने को मिलती है जो आपके मन में बस जाती हैं।
लेकिन आज हम आपको इस आर्टिकल में ट्रेन के सफर में सबसे ज्यादा महत्वपूर्म रोल निभाने वाले ट्रेन के हॉर्न के बारे में बताने वाले है। क्या आपको पता है कि ट्रेन में कितने हॉर्न होते हैं और उन सबका क्या मतलब होता है। अगर आपको ये सब नहीं पता तो चलिए हम आपको बताते हैं।
एक छोटा हॉर्न
ट्रेन में कई तरह के हॉर्न लगे होते हैं जोकि अलग-अलग समय पर जरूरत के हिसाब से बजाए जाते हैं। सबसे पहले हम बात करते हैं, ट्रेन के सबसे छोटे हॉर्न की, ट्रेन में जो सबसे छोटा हॉर्न होता है उसका मतलब होता है कि ड्राइवर ट्रेन को धुलाई और सफाई के लिए यार्ड में ले जा रहा है, ताकि वहां जाकर ट्रेन की अच्छी तरह से सफाई हो सके। ट्रेन की सफाई करने के बाद उसे यात्रा के लिए तैयार किया जाता है।
एक बड़ा हार्न
जब ट्रेन का एक हॉर्न बजे तो समझ जाना चाहिए कि ट्रेन सफर के लिए तैयार है। इस हॉर्न के जरिए गार्ड को यह संकेत दिया जाता है कि ट्रेन चलने के लिए तैयार है, आगे बढ़ने के लिए सिग्नल दीजिए।
दो छोटे हॉर्न
ट्रेन का ड्राइवर जब दो बार छोटे-छोटे हॉर्न बजाता है तो उसका मतलब होता है कि वो गार्ड से ट्रेन को रवाना करने के लिए सिग्नल मांग रहा है। ताकि गार्ड सिग्नल दे और ट्रेन आगे को प्रस्थान करे।
तीन छोटे हॉर्न
ट्रेन में तीन छोटे हॉर्न भी लगे होते है जिसका कंट्रोल भी ट्रेन के ड्राइवर के पास होता है. इन तीन छोटे हॉर्न का मतलब है कि किसी वजह से ड्राइवर ने इंजन पर से कंट्रोल खो दिया है.
चार छोटे हॉर्न
तीन के बाद ट्रेन में आते हैं चार छोटे हार्न वो ट्रेन का ड्राइवर तब बाजाता है जब ट्रेन में किसी तरह की टेक्नीकल प्रॉब्लम आ जाती है। जब ऐसा कुछ होता है, तो ड्राइवर चार बार छोटे-छोटे हॉर्न बजा सकता है।
लगातार बजता हॉर्न
कई बार आपने देखा होगा कि ट्रेन का हार्न अचानक लगातार बजने लगता है लोग जब इसकी आवाज सुनते हैं तो एक दम से देखने लगते हैं और परेशान भी होने लगते हैं कि आखिर हॉर्न क्यों बज रहा है तो चलिए इसका जबाव हम आपको दे देते हैं ट्रेन का ड्राइवर लगातार हॉर्न तब बजाता है जब वो यात्रियों को यह संकेत देता है कि गाड़ी अगले स्टेशन पर बिना रुके निकलने वाली है।
दो बार रुककर हॉर्न
जब ड्राइवर रुक-रुक कर लंबा हॉर्न देता है और एक छोटा हार्न देता है तो इसका मतलब है कि ट्रेन रेलवे क्रॉसिंग पार करने वाली है। इस हॉर्न से लोको पायलट ट्रैक के आसपास मौजूद लोगों को आगाह करती है।
दो लंबे और एक छोटा हॉर्न
सफर के दौरान अगर आपको दो लंबे और एक छोटा हार्न सुनाई दे तो समझ जाइए कि ट्रेन ट्रैक बदल रही है।
छह बार छोटे हॉर्न
जब ट्रेन किसी मुसीबत में फंस जाती है तो यह हार्न बजाया जाता है। इसके जरिए वो नजदीकी स्टेशन से मदद की अपील करती है।