महाप्रबंधक घनश्याम सिंह ने बताया बरतुंगाहिल और अंजन हिल माइंस शुरू करने ग्लोबल टेंडर जारी
खदानें खुलने से चिरमिरी में पलायन और विस्थापन की बड़ी समस्या को लगेगा विराम, क्षेत्र में बढ़ेगे रोजगार के अवसर
चिरमिरी/ कोरिया (भरत मिश्रा) । चिरमिरी में एक दशक से बंद कोयला खदानें बरतुंगाहिल और अंजन हिल माइंस प्रारम्भ करने ग्लोबल टेंडर जारी हो चूका है | आपको बता दे कि एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र के महाप्रबंधक घनश्याम सिंह एवं उनकी टीम के अथक प्रयास का ही परिणाम है की बंद खदाने पुनः प्रारम्भ हो रही है । उल्लेखनीय है की 6 मई वर्ष 2010 में अंजन हिल माइंस में दुर्घटना से 14 श्रमवीरों के शहीद होने से अंजन हिल माइंस को प्रबंधन द्वारा बंद कर दिया गया था । लगभग एक दशक के उपरांत बंद पड़ी अंजन हिल माइंस व बरतुंगा हिल भूमिगत खदान के पुनः संचालन के लिए भारत सरकार ने साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड को स्वीकृति मिल गई हैं एवं टेंडर जारी कर दिया गया है । उक्त खदानें खुलने से चिरमिरी शहर को स्थायित्व मिलेगा, साथ ही पलायन एवं बेरोजगारी पर भी विराम लगेगा ।
पलायन और विस्थापन की बड़ी समस्या पर लगेगा विराम
चिरमिरी में घटती व्यापार एवं घटती श्रमिक संख्या के कारण यहाँ के व्यापारी एवं आम जनता बहुतायत में दूसरी शहर की ओर पलायन करने के लिए मजबूर है, क्षेत्र में बंद खदाने खुलने से शहर में पलायन और विस्थापन की बड़ी समस्या पर विराम लगेगा साथ ही यहाँ के व्यापार में वृद्धि होगीं एवं शहर को जीवनलाभ मिलेगा ।
रोजगार के अवसर बढेंगे
क्षेत्र में बंद व नई खदानें खुलने से युवाओं में उम्मीद की किरण जागी है, खदाने खुलने से कई युवाओं को रोजगार मिलने की सम्भावना है, जिससे बेरोजगारी की समस्या पर कुछ हद तक अंकुश लगेगा ।
खदाने खुलने से चिरमिरी ओपनकास्ट खदान की बढ़ेगी लाइफ – घनश्याम सिंह
महाप्रबंधक घनश्याम सिंह ने बताया की बरतुंगाहिल और अंजन हिल माइंस शुरू करने ग्लोबल टेंडर जारी हो चुका है, साथ ही एनसीपीएच खदान भी जल्द शुरू किये जाने की योजना है एवं भुकभुकी में नई खदानें खोलने वहाँ भूमि अधिग्रहण करने के लिए सरकार ने वर्ष 2017 में नोटिफिकेशन जारी किया था, मामला कोर्ट में लंबित है । लंबित मामले का निराकरण होते ही उसे भी जल्द शुरू किया जाएगा । सिंह ने कहा कि चिरमिरी में दशकों से बंद पड़ी खदानें व नई खदानें खुलने से चिरमिरी ओपनकास्ट खदान की लाइफ बढ़ेगी व शहर को स्थायित्व मिलेगा ।