रायपुर। विधानसभा दौरे के चौथे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सूरजपुर पहुंचे हुए है। इस दौरान सीएम ने प्रदेश में नक्सलवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहाँ, पहले हथियार छोड़े नक्सली उसके बाद ही बातचीत संभव, फोर्स के लगातार कड़ी कारवाई की वजह से डर गए हैं नक्सली। बता दे सुकमा में नक्सलियों ने पर्चे फेककर सरकार से बात करने की अपील की थी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हिंसा का रास्ता छोड़कर बातचीत करने और संविधान पर आस्था रखने की बात कही थी। सीएम ने कहा था कि अगर बातचीत करने को नक्सली आए तो उनसे वार्ता करने को तैयार हैं। मुख्यमंत्री के इस बयान पर शुक्रवार को माओवादी संगठन के प्रवक्ता विकल्प ने प्रेस नोट जारी किया है। विकल्प ने कहा कि माओवादी संगठन वार्ता को तैयार है, लेकिन माओवादी संगठन, पीएलजीए, जन संगठनों पर लगाए गए प्रतिबंध हटाया जाए।
माओवादी संगठन को खुलेआम काम करने का अवसर दिया जाए। बस्तर में हवाई बमबारी बंद की जाए। बस्तर के जंगलों से सुरक्षाबलों के कैंप हटाए जाए और संगठन के नेताओं जिन्हें जेल में बंद किया गया है उन्हें वार्ता के लिए रिहा किया जाए। इन सभी शर्तों को सरकार पूरा करे तो माओवादी संगठन भी वार्ता को तैयार है।