रायपुर/बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने आज से प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात अभियान शुरू किया। इस अभियान की शुरुआत छत्तीसगढ़ के उत्तरी जिले बलरामपुर से की गई। सीएम इस दौरान बलरामपुर जिले के कुसमी पहुंचे। यहां स्वामी आत्मानंद स्कूल के बच्चों से रूबरू हुए। इस दौरान छात्रों ने सीएम से कई रोचक और मजेदार सवाल पूछे।
स्कूली बच्चों से आत्मीयतापूर्ण बातचीत करते मुख्यमंत्री को देख एक छात्रा वर्षा ने उत्सकुता से पूछा कि सीएम साहब आपके फिटनेस का राज क्या है? इस पर सीएम ने बड़ी सहजता से जवाब दिया। उन्होंने अपने फिटनेस मंत्र को शेयर करते हुए बताया कि किसानी, योगा और तैराकी ही उनके फिटनेस का राज है।
योगा और व्यायाम करने की दी सलाह
मुख्यमंत्री ने बच्चों को भी फिटनेस टिप्स देते हुए रोजाना योगा और व्यायाम करने की सलाह दी। एक सवाल का जवाब मिलने के बाद छात्रा वर्षा ने दूसरा सवाल किया कि ‘आप बचपन से ही चीफ मिनिस्टर बनना चाहते थे या कुछ और करना चाहते थे?’, इस पर बघेल ने कहा कि वे एक अच्छा किसान बनना चाहते थे, लेकिन किसानी के साथ क्षेत्र में जनसेवा के कार्यों से जुड़े रहे और जनसेवा करते हुए मुख्यमंत्री बन गए।
बच्चों ने सीएम के साथ खिंचवाई फोटो
इसी तरह दूसरे छात्र ने पूछा कि ‘हमारी पर्सनॉलिटी आपकी तरह कैसी बन सकती है?’ इस पर मुख्यमंत्री ने पलटकर जवाब दिया कि ‘अच्छा पढ़ते रहें, बड़े-बुजुर्ग की सीख पर अमल करें। हमेशा नया जानने-सीखने की कोशिश जारी रखें। शारीरिक श्रम करेंगे तो मानसिक रूप से भी मजबूत बनेंगे।’ दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने स्वामी आत्मानंद स्कूल में दाखिला लेने को लेकर छात्र-छात्राओं से सवाल किया तो बच्चों ने बताया कि स्वामी आत्मानंद स्कूल में उन्हें बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ पढ़ाई के लिए अच्छे शिक्षक, बेहतर वातावरण, संसाधन मिल रहा है। स्कूली बच्चों से बातचीत के बाद उनके कौतुहल और उत्सुकता को भांपते हुए मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ तस्वीरें भी खिंचाई।
सुविधाओं का लिया जायजा
मुख्यमंत्री ने स्कूल में मौजूद सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने स्कूल के कम्प्यूटर लैब, फिजिक्स लैब का निरीक्षण किया। इस दौरान प्राचार्य और शिक्षकों से भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से कहा कि, स्वामी आत्मानंद स्कूल की जो अच्छी छवि बनी है, वह आप सभी के प्रयासों का परिणाम है। शासन की मंशा प्रदेश के सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की है, इस काम में शिक्षक महती भूमिका निभा रहे हैं।