जयपुर. एसीबी ने प्रदेश की अफसरशाही मे ंएक बार फिर से खलबली मचा दी है. शनिवार को अलवर के पूर्व कलेक्टर, आइएएस नन्नूमल पहाड़िया और सेटलमेंट अधिकारी आरएएस अशोक सांखला साहित तीन लोगों को 5 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफतार किया है. तीसरा व्यक्ति दलाल है.
सोशल मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, आइएएस नन्नूमल पहाड़िया अलवर के कलेक्टर थे जिन्होंने अलवर का शिवमंदिर तोड़ने का आदेश दिया था. इसके बाद वे ट्रोल हो गए हैं. अलवर के पूर्व कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एएसपी विजय सिंह ने कहा, “शिकायत मिली कि आईएएस नन्नूमल पहाड़िया द्वारा 4 लाख रुपये प्रति माह और आरएएस अशोक सांखला द्वारा 50 हज़ार प्रति माह की मांग की गई. परिवादी से सत्यापन में स्पष्ट हुआ कि नन्नूमल पहाड़िया उनसे पैसे की मांग कर रहे हैं। जैसे ही आज 5 लाख रुपये परिवादी द्वारा अशोक सांखला को दिए गए, हमने कार्रवाई शुरू की। 5 लाख रुपये पहले भी दिए गए थे। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के तीन अधिकारियों के द्वारा तलाशी जारी है. सौदा में कुल रकम 16 लाख बताई जा रही है.
नन्नूमल पहाड़िया का हाल ही अलवर कलेक्टर के पद से तबादला हुआ था. तबादले के बाद उनको जिला कलेक्टर आवास से रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा गया है. उसके बाद एसीबी पूर्व कलेक्टर समेत तीनों आरोपियों को आधी रात को अलवर के सामान्य चिकित्सालय में मेडिकल मुआयना करवाने ले गई. बाद में वहां से तीनों आरोपियों को एसीबी ऑफिस ले जाया गया. राजस्थान में यह दूसरा केस है जब जिला कलेक्टर रहे आईएएस अधिकारी को भ्रष्टाचार के केस में गिरफ्तार किया गया है.
ब्यूरो के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि इस संबंध में परिवादी ने ब्यूरो को शिकायत दी थी. परिवादी की शिकायत थी उनकी फर्म की ओर कराये जा रहे हाईवे निर्माण कार्यों में कोई बाधा उत्पन्न नहीं करने की एवज में उससे यह रिश्वत मांगी गई है. एसीबी ने जब शिकायत की जांच कराई तो वह सही पाई गई. यह राशि मासिक बंधी के रूप में मांगी गई थी. परिवादी इससे पहले पांच लाख रुपये की राशि दे चुका था.
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पूर्व जिला कलेक्टर को कलेक्टर आवास से किया गया गिरफ्तार
उसके बाद एसीबी के अतिरिक्ति महानिदेशक दिनेश एमएन के सुपरविजन में ब्यूरो की अलवर यूनिट के एएसपी विजय सिंह के नेतृत्व में इस कार्रवाई को शनिवार दोपहर को अंजाम दिया गया. एसीबी ने आरोपी अधिकारियों को ट्रेप करने के लिये अपना जाल बिछाया. एसीबी ने पांच लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में अलवर के पूर्व जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया, राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अशोक सांखला और उनके दलाल नितिन को गिरफ्तार किया गया है.
आधी रात को 3 बजे कराया गया आरोपियों का मेडिकल मुआयना
सांखला सैटेलमेंट ऑफिसर कम राजस्व अपील अधिकारी हैं. रविवार का अवकाश होने के कारण आरोपियों को न्यायाधीश के आवास पर पेश किया जाएगा. एसीबी की टीम ने शनिवार आधी रात करीब 3 बजे अलवर के सामान्य चिकित्सालय में तीनों आरोपियों को ले जाकर उनका मेडिकल चेकअप कराया. मेडिकल के बाद एसीबी की टीम आरोपियों को लेकर एसीबी ऑफिस रवाना हो गई.
बारां कलेक्टर पकड़े जा चुके हैं रिश्वत लेने के आरोप में
अस्पताल में मेडिकल करवाने के बाद पूर्व जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया और आरएसअधिकारी अशोक सांखला से उनकी प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की तो दोनों खामोश ही दिखाई दिए. पूर्व जिला कलेक्टर रिश्वत लेने के आरोपों को इनकार करते रहे. ट्रेप की कार्रवाई के बाद अधिकारियों के ठिकानों की तलाशी भी ली गई. एसीबी पूरे मामले की जांच में जुटी है. जांच में और भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. उल्लेखनीय है कि इससे पहले बारां के तत्कालीन जिला को पेट्रोल पंप की एनओसी देने की एवज में रिश्वत लेते हुये गिरफ्तार किया गया था.

