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कानन पेंडारी में बंगाल टाइगर के हमले से शेरनी की मौत, अफसरों के खिलाफ हो रही कार्रवाई की मांग

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बिलासपुर। कानन पेंडारी (Kanan Pendari) में सोमवार को सुबह एक युवा बंगाल टाइगर (Bengal Tiger) ने टाइग्रेस (tigress) पर हमला कर दिया, इस खूनी संघर्ष में टाइग्रेस चेरी (tigress cherry) की मौत हो गई। उसकी उम्र लगभग 13 वर्ष थी। मृतिका शेरनी को 2011 में नागपुर (नागपुर )के महाराज पार्क (Maharaj Park) से लाया गया था।

 

न्यायधानी स्थित कानन पेंडारी मिनी चिड़ियाघर में छुट्टी के दिन सोमवार को एक युवा बंगाल टाइगर ने उमर दराज टाइग्रेस पर जानलेवा हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। जू प्रबंधन का कहना है कि आजू बाजू के केज में रह रहे, टाइगर ने लोहे का पार्टीशन तोड़कर टाइग्रेस पर हमला कर दिया, वहीँ बताया जा रहा है कि इस प्रकार का अंदेशा नहीं था। हादसे के बाद प्रबंधन सकते में हैं। प्राणी विशेषज्ञ इसे गंभीर चूक मानते हैं। वे जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं।

 

बता दे कि एक दिन पूर्व प्रधान वनसंरक्षक वन्यप्राणी नरसिम्हन अचानकमार (Narasimhan Achanakmar) टाइगर रिजर्व के दौरे पर थे, अफसर उनकी सेवा में लगे थे। केज में लगा, कैमरा भी खराब है। हादसे के बाद नए कैमरे लगाने की कवायद की जा रही है। शेरनी के मर जाने से भी वनप्राणी प्रेमी नाराज बताए जाते हैं।

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