हिंदू धर्म ( hindu dharm)में किसी भी कार्य को शुभ दिन, शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त आदि को देखकर किया जाता है. इन सभी चीजों के बारे में पता लगाने के लिए पंचांग (Panchang) की आवश्यकता पड़ती है।जिसके माध्यम से आप आने वाले दिनों के शुभ एवं अशुभ समय के साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, चन्द्रास्त, ग्रह, नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हें।
आइए पंचांग के पांच अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग एवं करण के साथ राहुकाल, दिशाशूल (Dishashool) , भद्रा (Bhadra), पंचक (Panchank), प्रमुख पर्व आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं।
दिन (Day) शनिवार
अयन (Ayana) उत्तरायण
ऋतु (Ritu) वसंत
मास (Month) चैत्र
पक्ष (Paksha) शुक्ल पक्ष
तिथि (Tithi) प्रतिपदा प्रात: 11:58 बजे तक तदुपरांत द्वितीया
नक्षत्र (Nakshatra) रेवती प्रात:काल 11:21 बजे तक तदुपरांत अश्विनी
योग (Yoga) इन्द्र प्रात:काल 08:31 बजे तक तदुपरांत वैधृति
करण (Karana) बव प्रात:काल 11:58 बजे तक तदुपरांत बालव
सूर्योदय (Sunrise) प्रात: 06: 10 बजे
सूर्यास्त (Sunset) सायं 06:39 बजे
चंद्रमा (Moon) मीन राशि में प्रात:काल 11:21 बजे तक तदुपरांत मेष राशि में
राहु काल (Rahu Kalam) प्रात:काल 09:18 से 10:51 बजे तक
यमगण्ड (Yamganada) दोपहर 01:59 से 03:32 बजे तक
गुलिक (Gulik) प्रात:काल 06:10 से 07:44 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurt) दोपहर 12:00 से 12:50 बजे तक
दिशाशूल (Disha Shool) पूर्व दिशा में
भद्रा (Bhadra) —
पंचक (Pnachak) प्रात:काल 11:21 बजे तक
चैत्र नवरात्रि का आज से आरंभ ( start)
आज का दिन धार्मिक दृष्टि अतिमहत्वूपर्ण है। आज से चैत्र नवरात्रि का आरंभ हो रहा है। नवरात्रि में मां दुर्गा के अलग-अलग 9 रूपों की पूजा की जाती है।प्रथम दिन घटस्थापना की जाती है.मां दुर्गा( maa durga) को शक्ति का प्रतीक माना गया है।