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Vidhan Sabha : किसानों की आत्महत्या पर गरमाया सदन, मंत्री ने दिया जवाब 2 साल में 570 किसानों ने की खुदकुशी

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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा (CG Assembly) के बजट सत्र के अवसान को अब केवल 4 दिन ही शेष रह गए हैं। इससे पहले हुई सभी बैठकें हंगामेदार रही है। आज भी सदन का अधिकांश वक्त विपक्ष (Opposition) के हंगामों से गूंजता रहा। सदन में आज प्रदेश में किसानों  (Former) की आत्महत्या (Suicide) का मामला गूंजा। जिस पर सत्ता पक्ष ने जवाब दिया के साल 2019 से 2022 के बीच प्रदेश के कुल 570 किसानों ने आत्महत्या की है।


प्रदेश में किसानों की आत्महत्या (Former’s Suicide) के कारणों और मुआवजा को लेकर विपक्ष (Opposition) ने जमकर हंगामा किया और सत्तापक्ष को घेरने का प्रयास किया। बीजेपी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी (MLA Krishan Murti Bandhi) ने किसानों की खुदकुशी (Former’s Suicide) का मामला उठाया, जिस पर मंत्री ताम्रध्वज साहू (Home Minister Tamrdwaj Sahu) ने बताया कि जनवरी 2019 से 12 फरवरी 22 तक कुल 570 किसानों ने आत्महत्या की है। इनमें से 2 लोगों ने कृषिगत कारणों से और बाकी सभी ने अन्य कारणों से खुदकुशी की है। बीजेपी विधायक बांधी (MLA Bandhi) ने इस पर कहा कि मंत्री ने विभाग की ओर से किसानों के लिए मुआवजा का प्रावधान नहीं होने की बात कही है। क्या मुआवजे का कोई नियम बनाएंगे? यूपी के किसान को 50 लाख रुपये दिए गए हैं।

प्रदेश में इतनी बड़ी तादाद में किसानों की मौत को लेकर उपजे सवाल पर प्रतिप्रश्न करते हुए पूछा ​गया कि क्या सरकार ने मुआवजे को लेकर कोई नियम बनाया है। इस पर ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मुआवजे को लेकर अभी ऐसा नियम नहीं है। वहीं मंत्री ने स्पष्ट किया कि यूपी के किसान को मुआवजा नहीं दिया गया है। मुख्यमंत्री अपने विवेक से वो राशि देते हैं।

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