रायपुर वॉच

कंबल-तकिया नहीं दे रहा रायपुर रेलवे, पांच दिन पहले रेलवे बोर्ड ने दिया था आदेश

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रायपुर। रायपुर रेल मंडल में पांच दिनों के बाद भी रेलवे बोर्ड का आदेश लागू नहीं हो पाया है। यहां यात्रियों को चादर-कंबल-तकिया नहीं मिल रहा है जबकि अन्य रेल मंडलों में ऐसी सुविधाएं शुरू हो चुकी है। रायपुर मंडल के अधिकारियों का कहना है कि पिछले दो साल से मशीन बंद है। उसे शीघ्र ही चालू करके यात्रियों को सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएगी।

बता दें कि रायपुर रेलवे मंडल से एक दिन में लगभग दर्जनभर ट्रेनें बनकर चलती हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान यानी मार्च 2020 में यात्रियों की सुरक्षा व स्वास्थ्य को देखते हुए रेलवे ने चादर, कंबल और तकिया पर रोक लगा दी थी। वहीं, संक्रमण को रोकने के लिए ट्रेन के एसी कोच से पर्दे भी हटा दिए थे। कोविड संक्रमण में राहत मिलने के बाद जुलाई-2020 में यात्रियों को स्वयं ही अपना खाने-पीने का सामान साथ लेकर चलने के निर्देश दिए। रेलवे बोर्ड ने यात्रियों को राहत देने के लिए 10 मार्च को कंबल, चादर और तकिया देने का निर्देश दिया। लेकिन रायपुर रेलवे मंडल में ये सुविधाएं अभी शुरू नहीं हो पाई है।

तैयारी नहीं इसलिए नहीं मिल रहा कंबल और चादर

ज्ञात हो कि रेलवे प्रशासन द्वारा दुर्ग वाशिंग लाइन में चादर और कंबल धुलने के लिए मशीन लगाई गई है। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो साल से मशीन बंद हो गई थी। इसलिए मशीन को सुधारने और दोबारा पटरी पर लाने के लिए समय लगेगा। रेलवे प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी नहीं की है। इसलिए रायपुर से जाने वाली ट्रेनों में चादर, कंबल और तकिया उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।

सीनियर पब्लिसिटी इंस्पेक्टर शिव प्रसाद ने कहा, ट्रेनों में कंबल, चादर और तकिया देने का आदेश आया है। चूंकि दो साल से मशीन बंद पड़ी थी, इसलिए थोड़ा समय लग रहा है। इसकी तैयारी की जा रही है शीघ्र ही यात्रियों को ये सुविधाएं मिलने लग जाएगी।

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