भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रूपसिंह मण्डावी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के चौथे बज़ट को निराशाजनक व दिशाहीन बताया है, मण्डावी ने कहा कि पुरानी और विफल हो चलीं योजनाओं में मामूली हेरफेर करके प्रदेश की जनता की चकमा देने का असफल प्रयास मौजूदा कांग्रेसी सरकार कर रही है, लेकिन प्रदेश की जागरुक जनता भलीभाँति सब समझ रही है।
भाजपा जिला अध्यक्ष रुपसिंह मण्डावी ने कहा कि आदिवा-सियों के सर्वांगीण विकास, सम्मानजनक जीवन-स्तर और उनकी पूरी सुरक्षा को लेकर यह बज़ट मौन है, प्रदेश कांग्रेस सरकार के इस बज़ट में कुछ भी नया नहीं है और अपने तीन साल के कार्यकाल में ही लगभग 51 हज़ार करोड़ रुपए के कर्ज़ के दलदल में छत्तीसगढ़ को धँसा चुकी।
प्रदेश सरकार का यह बज़ट प्रदेश में आय के नए स्रोत तला-शने के बजाय एक बार फिर उधार के अर्थतंत्र की दिशा में प्रदेश को धकेलने वाला साबित होगा, मण्डावी ने कहा कि किसानों के नाम पर घड़ियाली आँसू बहाकर सस्ती राजनीति करने वाली प्रदेश सरकार ने किसानों के जीवन-स्तर के उठाने और खेती-किसानी के काम को सुगम और लाभपरक बनाने का कोई संकल्प इस बज़ट में व्यक्त नहीं किया है।
उत्तरप्रदेश में फूड प्रोसेसिंग यूनिट के नाम पर बगलें बजाती प्रदेश सरकार अपने चौथे बज़ट में भी अपने इस वादे पर ख़ामोश है और किसानों के साथ छलावा करने के अलावा और कुछ नहीं कर रही है, उन्होंने कहा कि बज़ट में बेरोज़गारी भत्ते के लिए कोई प्रावधान इस वर्ष भी नहीं करने वाली और तीन साल में 5 लाख नौकरियाँ देने कर झूठी वाहवाही बटोरने का शर्मनाक प्रयास कर रही।
प्रदेश सरकार बताए कि अपने पूरे कार्यकाल में 15 लाख रोज़गार मुहैया कराने का दावा वह किस आधार पर कर रही है, प्रदेश सरकार की बज़ट घोषणाएँ तो अधिकांशत: केंद्र सरकार के अनुदान पर निर्भर हैं और प्रदेश सरकार इन घोष-णाओं पर अमल करने की अपनी ज़वाबदेही से मुँह चुराने और केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ मिथ्या प्रलाप करने में वक़्त जाया करेगी।